कानपुर । विकासनगर स्थित एक इंटर कॉलेज में सोमवार को क्लास रूम के अंदर छात्र का शव फांसी के फंदे पर लटका मिलने से सनसनी फैल गई। वहीं घटना के बाद हॉस्टल में रहने वाले छात्र भी सहम गए। वह स्कूल के हॉस्टल में रहकर पढ़ाई कर रहा था। पुलिस ने घटना की छानबीन के साथ सीसीटीवी फुटेज भी देखना शुरू किया है। पुलिस द्वारा खुदकशी और घरवालों द्वारा हत्या की आशंका जताए जाने से मामला उलझ गया है।
गोंडा में प्राइमरी टीचर हैं पिता
गोंडा में रहने वाले प्राइमरी स्कूल के शिक्षक कामता प्रसाद का बेटा आशुतोष कुमार कानपुर के विकास नगर स्थित सीबीएसइ बोर्ड के स्कूल में कक्षा नौ में पढ़ता था। उसकी मां का निधन हो चुका है और वह स्कूल के ही हॉस्टल में रहता था। सोमवार की सुबह करीब नौ बजे स्कूल खुलने पर चपरासी दूसरी मंजिल पर क्लास नंबर 22 में पहुंचा तो आशुतोष का शव फांसी के फंदे पर लटका देखकर सन्न रह गया। उसने स्कूल प्रबंधन को घटना के बारे में जानकारी दी। स्कूल प्रबंधन ने पुलिस और स्वजनों को घटना की जानकारी दी। घटना के बाद स्कूल के अन्य छात्र सहम गए और शिक्षक भी पहुंच गए।
क्लास रूम का नहीं मिला सीसीटीवी फुटेज
कुछ ही देर में थाना पुलिस स्कूल पहुंच गई और क्लास सील करके फोरेंसिक टीम को बुलाया। फोरेंसिक टीम ने कमरे से फिंगर प्रिंट व अन्य साक्ष्य एकत्र किए। वहीं पुलिस ने स्कूल के सीसीटीवी फुटेज खंगाले। पुलिस को क्लास रूम में सीसीटीवी कैमरा लगा मिला, जिसके फुटेज देखने का प्रयास किया तो बताया कि कैमरा 26 जनवरी से बंद है।
रात को हॉस्टल की गैलरी में टहलते देखा गया
पुलिस ने उसके साथ पढऩे वाले छात्रों और हॉस्टल वार्डन से पूछताछ की। हास्टल के कमरे से कोई सुसाइड नोट भी अबतक नहीं मिला है। जिस क्लास रूम में छात्र का शव लटका मिला उसके ठीक सामने हाल में हॉस्टल के बच्चे अवकाश के दिन टीवी देखते हैं। रविवार रात 9:09 बजे सीसीटीवी फुटेज में आशुतोष को गैलरी में टहलते हुए देखा गया। गोंडा से आए घर वालों ने छात्र की हत्या का आरोप लगाया गया है। हालांकि पुलिस प्रथम दृष्टया घटना को खुदकशी मान रही है।
पढऩे में अच्छा था आशुतोष
प्रधानाचार्य हरिप्रसाद शर्मा ने बताया कि सुबह ही घटना की जानकारी हुई। आशुतोष पढऩे में अच्छा था तो फिर उसने ऐसा कदम क्यों उठाया इसकी जांच की जा रही है। कुछ छात्रों ने जानकारी दी है कि आशुतोष एक सप्ताह से रस्सी का इंतजाम कर रहा था। इससे साफ है कि उसने कई दिन पहले ही योजना बना ली थी। शहर के बारहसिरोही में रहने वाली बुआ और फूफा आ गए हैं और पिता गोंडा से आ रहे हैं। आशुतोष के साथ रहने वाले छात्र पवन ने बताया की रात में वह अपने बेड पर सो गया था। सुबह उसे आशुतोष बेड पर नहीं दिखाई दिया तो उसने वार्डन जीवन कुमार को जानकारी दी।