फतेहपुर।न्यूज़ वाणी नफीस जाफ़री एक साल पहले पूर्ण बहुमत के साथ बनी सरकार मे भले ही निजाम बदल गये हों लेकिन अफसरों के लापरवाही के चलते ट्रकों में ओवरलोड़िंग थमने का नाम नहीं ले रही। हर रोज अकेले लाखों की राजस्व चोरी की जा रही है। ओवरलोड़िग के खेल में पुलिस से लेकर एआररटीओ और जिला प्रशासन के जिम्मेदार अफसरों की कार्यवाही पर सवाल उठ रहे है। सूत्रों की माने तो जिले के मोटर मालिकों की ओवरलोड गाड़ियों का चालान किया जा रहा है। जबकि गैर जनपदों के मोटर मालिकों को क्लीन चिट दी जा रही है। बताया तो यहां तक जाता है कि शहर की जेल चैकी ओवरलोड ट्रकों के लिये बदनाम हो चुकी है। जिले के आला अफसर कोई भी सही सटीक जवाब देने को तैयार नहीं है। जिससे ओवरलोड़िंग का बड़ा खेल जिले में जारी है। पिछले काफी समय से शासन की मंशा के मुताबिक जिले में ओवरलोड ट्रकों को रोकने के लिये अभियान चलाया जा रहा है। लेकिन इस अभियान को धाता बताकर ओवरलोड ट्रकों के मालिकान अपनी कारस्तानी करने में जुटे हुये है। जनपद सीमा से लेकर शहर के अन्दर से भी ओवरलोड ट्रक हर रोज गुजर रहे है। सड़के खस्ताहाल हो रही है। लेकिन ओवरलोड ट्रकों के खिलाफ अभियान चलाने वाले एआरटीओ विभाग द्वारा नजरअंदाज किया जा रहा है। मिली जानकारी के अनुसार जिले के बांदा टांडा मार्ग के साथ-साथ विजयीपुर-असोथर मार्ग में ओवरलोड ट्रकों का रातों दिन आवागमन बना रहता है। हर रोज शहर के राधानगर से लेकर बाईपास एवं जेल रोड से लेकर लखनऊ-डलमऊ मार्ग में ओवरलोड ट्रक रोज दौड़ते रहते है। ट्रकों के खिलाफ कोई खांस अभियान नहीं चल पा रहा हैं जिससे अफसरों की किरकिरी हो रही ह। ओवरलोड ट्रकां को लेकर एआरटीओ सियाराम वर्मा का कहना है कि पिछले तीन महीनें के अंतराल में करीब चैदह सौ से अधिक ओवरलोड ट्रकों का चालान किया गया है।