लखनऊ। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी ने ‘‘मोदी सरकार’’ के 4 साल का कार्यकाल पूरा होने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये कहा है कि ये सरकार देष की आजादी के बाद की सबसे अधिक ‘‘हवा- हवाई सरकार’’ साबित हुई है। चुनाव में इसने हवा में वायदा किया, फिर सरकार ने हवाई घोषणायें की, और चुनाव में की गयी घोषणाओं को जमीन पर लाने में भी मोदी सरकार पूरी तरह हवा हवाई साबित हुई। तिवारी ने कहा है कि एक साल में विदेषों से कालाधन वापस लाकर प्रत्येक व्यक्ति के खाते में 15.00 लाख रुपये देने का वायदा झूठ साबित हुआ, 100 दिन में महंगाई कम करने का वायदा मात्र ‘‘चुनावी जुमला’’ बनकर रह गया। यही नहीं पेट्रोल और डीजल के दामों को कम करने का वायदा भी पूरी तरह से छलावा और धोखा ही साबित हुआ । आज पेट्रोल, देष के कई हिस्सों में 87 रुपये प्रति लीटर तक बिक रहा है। ट्रांसपोर्ट और यात्री परिवहन महंगा हो गया है जबकि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल कांगे्रस सरकार के कार्यकाल के मुकाबले लगभग आधी कीमत पर मिल रहा है फिर भी पेट्रोल और डीजल इसलिये महंगा बेंचा जा रहा है क्योंकि कुछ बड़े पंूॅजीपतियों की तेल कम्पनियों को उत्पादन और वितरण में जनता को लूटने का मौका मिल सके । तिवारी ने कहा है कि प्रति वर्ष 2 करोड़ बेरोजगार नौजवानों को रोजगार ? देने के हिसाब से 4 साल में 8 करोड़ युवकों को रोजगार तो मिला नहीं बल्कि रोजगार के अवसर और भी अधिक कम हो गये। कृृषि विकास दर, औद्योगिक विकास दर और जी. डी. पी. की दरों में बड़े पैमाने पर कमी आयी है। किसानों को उनकी उपज का 50ः बोनस देने का मोदी सरकार का वायदा झंूॅठा साबित हुआ है । मोदी सरकार के कार्यकाल में किसानों की आत्म हत्याओं की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है। ‘‘बेटी बचाओं अभियान’’ का नारा देने वाली मोदी सरकार के कार्यकाल में सर्वाधिक बलात्कार और महिला उत्पीड़न की घटनायें हो रही है। बेरोजगार नौजवान अपने को छला हुआ महसूस कर रहे हैं। तिवारी ने कहा है कि गांॅवों तक बिजली पहंुॅचाने की मोदी सरकार की उपलब्धि के आंॅकड़े भी पूरी तरह झंूॅठे साबित हुये हैं। मोदी सरकार के कार्यकाल के मुकाबले कांगे्रस सरकार के कार्यकाल में ग्रामीण क्षेत्र के विद्युतीकरण का प्रतिषत चार गुना अधिक था। अर्थात मोदी सरकार के मुकाबले कांगे्रस सरकार के कार्यकाल में ग्रामीण अंचल के विद्युतीकरण की दर ‘‘चैगुनी’’ थी।वर्ष 2019 के लोक सभा चुनाव में मोदी सरकार का ऐसा ‘‘ऐतिहासिक पतन’’ होगा जितनी लोगों ने आषा भी नहीं की होगी।