कानपुर, सीएए को लेकर शहर में हुए बवाल के डेढ़ माह बाद फिर तनाव के हालात बन गए हैं। बवाल के दस दिन बाद मोहम्मद अली पार्क में धरने पर बैठी महिलाओं को हटाने के लिए सोमवार सुबह पुलिस फोर्स पहुंचा तो विवाद की स्थिति बन गई। क्षेत्र की मुस्लिम महिलाएं सड़क पर उतर आईं तो तनाव की स्थिति बन गई। सूचना पर जिलाधिकारी और एसएसपी मौके पर पहुंच चुके हैं। अधिकारी महिलाओं से समझाने का प्रयास कर रहे हैं लेकिन महिलाएं धरना समाप्त करने से इंकार कर रही हैं।
21 दिसंबर को सीएए को लेकर विरोध प्रदर्शन के दौरान हुए बवाल के करीब दस दिन बाद मुस्लिम महिलाओं ने मोहम्मद अली पार्क में क्रमिक धरना शुरू कर दिया था। रोजाना महिलाओं दोपहर बाद चार बजे से रात आठ बजे तक धरना दे रही थीं। बीच में प्रशासनिक व पुलिस अफसरों ने धरना समाप्त करने के लिए समझाने का प्रयास किया था लेकिन महिलाओं ने इंकार कर दिया था।
पुलिस ने बीच में कई बार महिलाओं और धरना देने वालों पर शांतिभंग और धारा 149 में पाबंद करने की कार्रवाई भी की लेकिन धरना बंद नहीं हुआ था। पुलिस का मनाना है कि पीएफआई द्वारा धरने को बढ़ाया जा रहा है और आर्थिक मदद कर रहा है। शनिवार को डीएम ब्रह्मदेव राम तिवारी और एसएसपी अनंतदेव ने धरना स्थल पर पहुंचकर महिलाओं से वार्ता की थी। अफसरों ने धरना समाप्त होने का ऐलान कर दिया था और महिलाओं के मान जाने की बात कही थी। लेकिन उनके जाने के बाद दोपहर में महिलाओं ने फिर मोहम्मद अली पार्क में पहुंचकर धरना देते हुए रविवार से चौबीस घंटे धरना का ऐलान कर दिया था।
रविवार सुबह पुलिस फोर्स मोहम्मद अली पार्क धरना स्थल खाली कराने पहुंची तो मुस्लिम महिलाएं सड़क पर उतर आई हैं। पुलिस बल और महिलाओं के बीच विवाद शुरू होने से तनाव की स्थिति बन गई है। चमनगंज की सड़कों पर मुस्लिम महिलाएं नारेबाजी कर रही हैं। डीएम, एसएसपी समेत अफसर और पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच चुकी है। अफसर महिलाओं से वार्ता करने का प्रयास कर रहे हैं। हालात पर नियंत्रण बनाए रखने के लिए आरएफ भी बुला ली गई है।