नई दिल्ली. दिल्ली विधानसभा चुनाव के रुझानों में आम आदमी पार्टी (आप) को स्पष्ट बहुमत मिलना तय लग रहा है। हालांकि, उसे 10 से ज्यादा सीटों का नुकसान हो रहा है। आप के हिस्से की ये सीटें भाजपा के खाते में जा रही हैं। भाजपा को पिछली बार 3 सीटें मिली थीं, वह इस बार 15 से 20 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। कांग्रेस पिछली बार की ही तरह इस बार भी शून्य पर है। 70 विधानसभा सीटों के लिए 8 फरवरी को 62.59% वोट डाले गए थे। दिल्ली में अभी आप की सरकार है। भाजपा 22 साल और कांग्रेस 7 साल से सत्ता से दूर है।
अपडेट़्स…
10:50 AM- कांग्रेस फिर शून्य पर, आप को 52 और भाजपा को 18 सीटों पर बढ़त
10:45 AM- भाजपा मुख्यालय में पोस्टर लगा- विजय से हम अहंकारी नहीं होते, हार से निराश नहीं होते
10:40 AM- करोल बाग से आप के विशेष रवि आगे
10:35 AM- कालकाजी से आप की आतिशी मार्लेना पीछे
10:30 AM- कांग्रेस एकबार फिर 1 सीट पर आगे, आप 50 और भाजपा 19 सीटों पर आगे
10:25 AM- आप 50 और भाजपा 20 सीटों पर आगे
10:20 AM- आप से भाजपा में आए कपिल मिश्रा मॉडल टाउन सीट से आगे
10:15 AM- आप 49 और भाजपा 21 सीटों पर आगे
10:00 AM- बवाना से भाजपा के रविंदर कुमार आगे
9:55 AM- आप को अब तक 50% और भाजपा को 44% वोट
9:50 AM- आप 51, भाजपा 19 पर आगे
9:45 AM- ग्रेटर कैलाश से आप के सौरभ भारद्वाज आगे
9:40 AM- बल्लीमारान से भाजपा की लता कांग्रेस के हारून यूसुफ से आगे
9:35 AM- ओखला से आप के अमानतुल्ला खान आगे। शाहीन बाग इलाका इसी विधानसभा क्षेत्र में आता है
9:30 AM- रोहिणी सीट से भाजपा के विजेंद्र गुप्ता आगे, यहां पिछली बार भी भाजपा जीती थी
9:25 AM- आप 48 और भाजपा 22 सीटों पर आगे, कांग्रेस शून्य पर
9:20 AM- नई दिल्ली सीट से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भाजपा के सुनील यादव से आगे
9:15 AM- ओखला से आप के अमानतुल्ला खान आगे
9:10 AM- पटपड़गंज से उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया आगे
9:05 AM- आप 52, भाजपा 18 सीटों पर आगे
9:00 AM- आप 51, भाजपा 18 और कांग्रेस 1 पर आगे
8:55 AM- आप से निकाले जाने के बाद भाजपा में आए कपिल मिश्रा मॉडल टाउन सीट से पीछे
8:50 AM- पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के पोते आदर्श शास्त्री द्वारका सीट से पीछे
8:45 AM- तिमारपुर सीट से आप के दिलीप पांडेय भाजपा के सुरेंद्र पाल सिंह से पीछे हो गए हैं
8:40 AM- आप के राघव चंद्रा राजेंद्र नगर सीट से आगे
8:35 AM- आप से कांग्रेस में आईं अलका लांबा चांदनी चौक से पीछे
8:30 AM- आप 54, भाजपा 15 और कांग्रेस 1 सीट पर आगे
8:24 AM- आप 53, भाजपा 16 और कांग्रेस 1 सीट पर आगे
8:18 AM- आप 53, भाजपा 15 और कांग्रेस 1 सीटों पर आगे
8:15 AM- आप 52, भाजपा 14 और कांग्रेस 1 सीटों पर आगे
8:14 AM- आप 38, भाजपा 13 और कांग्रेस 2 सीटों पर आगे
8:10 AM- आप 21 और भाजपा 9 सीटों पर आगे
8:05 AM- भाजपा और आप 1-1 सीटों पर आगे
8:00 AM- वोटों की गिनती शुरू
आप ने ईवीएम पर सवाल उठाए थे
चुनाव आयोग ने वोटिंग के आंकड़े मतदान के करीब 24 घंटे बाद जारी किए थे। आप ने इस पर हैरानी जताई और कहा कि भीतर ही भीतर खेल चल रहा है। आप ने ईवीएम की सुरक्षा पर भी सवाल उठाए। इसी के चलते उसने हर स्ट्रॉन्ग रूम पर अपने 10-10 कार्यकर्ता तैनात किए थे।
गिनती के लिए तैयारियां
- वोटों की गिनती से 672 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला हो रहा है, इनमें से 593 पुरुष और 79 महिला प्रत्याशी हैं। 1.46 करोड़ मतदाताओं ने मताधिकार का इस्तेमाल किया।
- दिल्ली के 11 जिलों की 21 लोकेशन पर वोटों की गिनती की जा रही है।
- कॉमनवेल्थ गेम्स स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, एनएसआईटी द्वारका, मीराबाई इंटस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, जीबी पंत इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, सर सीवी रमन आईटीआई, धीरपुर, राजीव गांधी स्टेडियम भी वोटों की गिनती वाली 21 जगहों में शामिल हैं। 33 काउंटिंग ऑब्जर्वर्स हैं।
- दिल्ली के मुख्य चुनाव अधिकारी रनबीर सिंह ने कहा कि सभी ईवीएम का वोटिंग से पहले ही परीक्षण किया गया था। इनसे छेड़छाड़ संभव नहीं है। आप ने ईवीएम की सुरक्षा पर सवाल उठाया था।
चुनाव में वोटिंग और ट्रेंड्स
- दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 में 62.59% वोट डाले गए। यह पिछली बार के मुकाबले करीब 5% कम हैं। 2015 में चुनाव के दौरान 67.5% वोट डाले गए थे।
- पिछले चुनाव के ट्रेंड बताते हैं कि दिल्ली में जब भी मतदान का प्रतिशत कम रहा, तो सरकार नहीं बदली। 2003 में 53% और 2008 में 58% वोटिंग हुई थी। इन दोनों ही चुनावों में सरकार नहीं बदली थी।
- 2013 में दिल्ली के लोगों ने उस वक्त तक की सबसे ज्यादा 65.63% वोटिंग की थी। जब नतीजे आए, तो 15 साल से सत्तारूढ़ कांग्रेस की विदाई हो गई। हालांकि, किसी पार्टी को बहुमत नहीं मिला और त्रिशंकु विधानसभा जल्दी ही भंग हो गई।
- 2015 के चुनाव में अब तक का सबसे ज्यादा 67.12% मतदान हुआ। ऐतिहासिक नतीजों में 70 में से 67 सीटें आम आदमी पार्टी ने जीती थीं। भाजपा को 3 सीटें मिलीं और कांग्रेस अपना खाता तक नहीं खोल पाई।
- 2020 के चुनाव प्रचार में किसने कितना जोर लगाया
- भाजपा: 14 फरवरी को अधिसूचना जारी होने के बाद 23 दिन तक राजनीतिक दलों ने प्रचार किया। भाजपा के 100 नेताओं ने चुनाव प्रचार किया। मोदी ने दो चुनावी रैलियां कीं। भाजपा ने शाह, योगी समेत 40 स्टार प्रचारक चुनाव प्रचार में उतारे। 4500 नुक्कड़ सभाएं कीं। अमित शाह अधिसूचना से 25 दिन पहले चुनाव प्रचार में जुट गए थे।
- आप: दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने 3 बड़े रोड शो किए और 23 दिन छोटी-छोटी सभाएं करते रहे। 39 नेताओं को स्टार प्रचारक बनाया था। इनमें 18 चुनाव में उतरे। केजरीवाल के अलावा उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और संगीतकार विशाल डडलानी स्टार प्रचारकों की लिस्ट में शामिल थे।
- कांग्रेस: 40 स्टार प्रचारकों की लिस्ट जारी की थी, लेकिन इनमें से कुछ ही चेहरे विधानसभा क्षेत्रों में नजर आए। राहुल गांधी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने 4-4 चुनावी सभाएं कीं।
2020 चुनाव में विवाद
- केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर और भाजपा सांसद प्रवेश वर्मा पर विवादित बयान देने के लिए चुनाव प्रचार पर बैन लगा दिया गया। इन दोनों के नाम भाजपा की स्टार प्रचारकों की लिस्ट में शामिल थे।
- वोटिंग के दौरान कांग्रेस उम्मीदवार अलका लांबा मजनूं का टीला स्थित पोलिंग बूथ पर गई थीं। इस दौरान आप कार्यकर्ता ने उनसे अभद्रता दी। अलका लांबा ने उसे थप्पड़ मारने की कोशिश की। इस दौरान कांग्रेस और आप कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हुई।
- वोटिंग के कई घंटे बीत जाने के बावजूद वोट प्रतिशत के आधिकारिक आंकड़े जारी नहीं किए गए। आप ने इस पर आश्चर्य जाहिर किया और अंदर ही अंदर खेल चलने का आरोप लगाया। चुनाव आयोग ने वोटिंग के करीब 24 घंटे बाद आंकड़े जारी किए और कहा कि देर रात तक डेटा इकट्ठा कर रहे थे।