संत मिले तो सत्कार करना चाहिए – गुप्तानंद जी

न्यूज वाणी ब्यूरो
जहानाबाद/फतेहपुर। उक्त उदगार गांव बसफरा में चल रहे तीन दिवसीय अखंड वेदांत सम्मेलन में संत गुप्तानंद जी महाराज ने व्यक्त किए ।
विकासखंड अमौली क्षेत्र के गांव बसफरा में स्वामी पथिक जूनियर हाई स्कूल मैदान में संत श्री देव प्रकाश जी महाराज की पुण्य स्मृति में आयोजित 52 वा अखंड वेदांत सम्मेलन के पहले दिन भरुहा सुमेरपुर से पधारे गुप्तानंद जी महाराज ने कहा कि क्रोध इंसान के विवेक को वैसे ही ढक देता है जैसे धूल दर्पण को ढक देती है। उन्होंने कहा कि जब परमात्मा की महती कृपा होती है तब संत के दर्शन होते हैं। संत सानिध्य मिलने के बाद जो संत का सत्कार करता है। उसे सत्संगति मिलती है। जैसे भक्तों ने नारद रूपी संत का सत्कार किया। तो बड़े हो चुके अपने दोनों पुत्र ज्ञान और वैराग्य को पूर्ण स्वस्थ कर लिया। वही परीक्षित जैसे भक्तों के द्वारा एक ऋषि का अपमान करने पर उन्हें मृत्यु दंड का श्राप मिला। इसलिए जीवन में कहीं संत दर्शन हो तो उसका सत्कार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि क्रोध इंसान के विवेक को वैसे ही ढक देता है जैसे धूल दर्पण को ढक देती है इसलिए हमेशा मनुष्य को शांत भी होना चाहिए। इस मौके पर आयोजक शिवरामपाल भगवानदास रैदास शामली यादव जयपाल कुशवाहा राजकुमार कुशवाहा पुत्तन यादव मौजूद रहे।

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