– कुंभकरणीय नींद में सोया विभाग
न्यूज वाणी ब्यूरो
किशनपुर/फतेहपुर। तेज तर्रार डीएम व एसपी के आने के बाद भी धाता थाना क्षेत्र के रानीपुर में खनन माफिया नियमों की धज्जियां उड़ाने से बाज नहीं आ रहे हैं। लगातार खनन माफिया अपने गोरखधंधे की खातिर एनजीटी के नियमों को ठेंगा दिखाकर यमुना नदी का सीना भारी मशीनों से चीर रहे हैं और तो और ओवरलोड की वजह से रोड पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है। रानीपुर के ग्रामीणों ने बताया कि रोड पूरी तरह से खत्म हो चुकी है। निकलना दूभर हो गया है। गौर करने वाली बात है कि अवैध मोरम खनन को लेकर जनपद प्रदेश भर में पहले भी सुर्खियों में रहा है। पूर्व वर्ष में भी धाता थाना क्षेत्र के ऐरई घाट में अवैध खनन को लेकर कई बड़े अधिकारियों पर गाज गिरी थी। आपको बता दें कि इस खनन प्वाइंट पर रात दिन खनन माफिया भारी मशीनों से खनन करते है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश और राष्ट्रीय ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) की गाइडलाइन पर अमल करना होता है। यानी सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त तक खनन कर सकते हैं। लेकिन, खनन ठेकेदार तमाम आदेश और नियम-कायदों को सूली पर टांगकर दबंगई के बल पर यमुना से बड़े पैमाने पर खनन को अंजाम दे रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक रात एक बजे से लेकर सुबह तक बेखौफ होकर खनन माफिया यमुना से बिना रॉयल्टी के मोरम के ओवर लोड वाहन निकालते हैं। जिले के अधिकारियों ने कुछ दिन पूर्व भले ही कार्रवाई के नाम पर दो पोकलैंड मशीन को सीज कर के अपनी पीठ थपथपा रहे हो लेकिन खनन माफियाओं पर इसका कोई भी प्रभाव नहीं पड़ा। एक नहीं दो नहीं तीन नहीं पूरी 20 मशीनों से खनन कर यमुना का सीना चीर कर खनन किया जा रहा है।
क्या बोले जिम्मेदार
खनन अधिकारी मिथलेश कुमार पांडेय ने कहा कि अगर नियमों की अनदेखी की जा रही है या पानी के बीच खनन किया जा रहा है तो जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।