-बसफरा गांव के स्वामी पथिक जू. हा. मैदान में भक्तों की उमड़ी भीड़
न्यूज वाणी ब्यूरो
जहानाबाद/फतेहपुर। बसफरा गांव में संत श्री देव प्रकाश महाराज की पुण्य स्मृति में आयोजित 52 वां अखंड वेदांत सम्मेलन में संत महापुरुषों के मुखारविंद से कथा सुन भक्तों ने आस्था रूपी गंगा में गोते लगाए। वेद वेदांत एवं साहित्य चर्चाएं सुनने को भक्तों की भारी भीड़ जुटी।
विकास खण्ड अमौली क्षेत्र के गांव बसफरा में गुरुवार को स्वामी पथिक जूनियर हाईस्कूल मैदान चल रहे अखंड वेदांत सम्मेलन में वृंदावन से पधारी साध्वी अर्चना ने कथा सुनाते हुए कहा कि मनुष्य जीवन भर श्रम करके परिवार का पेट पालता है। गृहस्थ जीवन के साथ मनुष्य को ईश्वर का स्मरण करते रहना चाहिए। जो व्यक्ति सच्चे मन से प्रभु की भक्ति करते हैं वह मृत्यु के भय से कभी नहीं डरते। असीमित आकांक्षा दुख और अशांति देती है। दान देना श्रेष्ठ प्रक्रिया है लेकिन दानी के अंदर अहंकार नहीं होना चाहिए। अगले क्रम में हमीरपुर जिले के कुरारा से आए संत श्री 1008 सुबोधानंद महाराज ने भक्तों से बताया कि भगवान की कथा सुनने मात्र से ही मोक्ष की प्राप्ति हो जाती है। उन्होंने कहा जब भक्तों पर संकट आता है तब श्री हरि विष्णु विभिन्न अवतारों में प्रगट होकर रक्षा करते हैं। मनुष्य को लोभ नहीं करना चाहिए ईश्वर की सच्ची भक्ति करने से लोभ दूर होता है। कथावाचक के तीसरे क्रम में कानपुर नगर से पधारी साध्वी माधुरी मधुर जी ने भक्तों से कहा कि भक्तों के दिल का प्रेम बंधन ही भगवान को प्रेमपाश को बांधने में सक्षम है। लोगों को शांति के लिए शबरी के जीवन चरित्र को अपने जीवन में उतारने की जरूरत है। कहा कि अगर मन में निश्चल प्रेम नहीं है तो हमें राम प्राप्त नहीं होंगे। अगर राम को प्राप्त करना है तो प्रेम को निश्चल रखो। उन्होंने कहा सत्संग का प्रभाव मानव जीवन की दिशा बदल देता है। संयम, धैर्य और शिष्टाचार सत्संग से मिलते हैं। इसके बगैर जीवन में सफलता नहीं है। कथा के बाद भक्तों ने प्रसाद वितरण किया। कार्यक्रम की व्यवस्था में शिवराम पाल, शावली यादव, जयपाल कुशवाहा, भगवानदास रैदास, पुत्तन यादव, राजकुमार कुशवाहा ने देखी।
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