फरीद कुरैशी/न्यूज वाणी ब्यूरो
रामनगर। जस्सा गांजा क्षेत्र में डंपर की चपेट में आने के बादएक पूर्व फौजी की मौत हो गयी। जिसको लेकर ग्रामीणों द्वारा किए गए रोड पर प्रदर्शन व हंगामे के बाद जिलाधिकारी सविन बंसल ने अग्रिम आदेश आने तक कोसी नदी के कालू सिद्ध गेट को अस्थाई रूप से बंद करने का आदेश जारी कर दिया।
ज्ञात रहे कि गुरूवार की सुबह ग्राम मढैया निवासी पान सिंह रावत अपनी पुत्र वधू प्रीति के साथ स्कूटी से मंदिर से दर्शन कर चिल्किया से वापस अपने घर जा रहे थे। इसी बीच जस्सा गांजा के समीप एक डंपर चालक ने स्कूटी पर टक्कर मार दी। जिसमें पूर्व फौजी पान सिंह रावत की मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद ग्रामीणों ने सड़क पर शव रखकर जबरदस्त हंगामा काटना शुरू कर दिया। ग्रामीणों का आरोप है कि लगातार क्षेत्र में डंपरो के आतंक से जहाँ एक ओर ग्रामीण दहशत में है। वहीं कई ग्रामीण व मासूम अपनी जान को डंपर की चपेट में आकर गवा चुके हैं। ग्रामीणों की माँग है कि गाँव की सड़क से डंपरो का आवागमन बंद किया जाए तथा कालू सिद्ध गेट को यहाँ से हटाया जाए। एसडीएम विजय नाथ शुक्ल ने बताया कि गुरूवार को हुई घटना के बाद जिलाधिकारी द्वारा आहूत की गई खनन समिति की बैठक में निर्णय लिया गया कि कोसी नदी के कालू सिद्ध गेट को अस्थाई रूप से अग्रिम आदेशों तक बंद किया जाएगा। इस गेट पर पंजीकृत 232 वाहनों को अलग अलग कोसी नदी के कठियापुल व खड़ंजा गेट में शिफ्ट करने की कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि क्षेत्र में पिछले दिनों से डंपर की चपेट में आकर दो तीन लोगों की हुई मौत के बाद यह निर्णय लिया गया। एसडीएम ने बताया कि इस क्षेत्र में सड़क पर वाहनों का दबाव कैसे कम किया जाए तथा इस गेट से निकलने वाले वाहनों के लिए गाँव की सड़क को छोड़ कर कोई अन्य मार्ग खोजने की भी तैयारी की जा रही है। जिसको लेकर गठित टीम द्वारा इसको लेकर शीघ्र ही कार्रवाई शुरू की।