नई दिल्ली। चार महीने 16 दिन चला ‘बिग बॉस 13’ का सफर शनिवार रात खत्म हो गया। सिद्धार्थ शुकला इस शो के विजेता बने और ‘बिग बॉस 13’ की ट्रॉफी अपने घर ले गए। आसिम रियाज़ और शहनाज़ कौर गिल इस शो के रनरअप रहे। शहनाज़ कौर गिल भले ही ‘बिग बॉस 13’ की विनर न बन पाई हों, लेकिन फिर भी वो ‘जीत’ गईं हैं। पंजाबी की कटरीना के नाम से खुद की पहचान बनाने वाली शहनाज़ ने जब इस शो में कदम रखा था तब उन्हें कोई नहीं जानता था और आज उन्हें पूरा देश पहचानता है। शहनाज़ को न सिर्फ लोग पहचानते हैं, बल्कि उनपर भरपूर प्यार लुटाते हैं। हम आपको बताते हैं वो ऐसी क्या वजह हैं जो शहनाज़ को बिग बॉस 13 में हार के बाद भी ‘विनर’ बनाती हैं।
वैसो तो ऐसा पिछले कई सीजन में भी हो चुका है जब शो के अंदर रहते हुए किसी कंटेस्टेंट को नया प्रोजेक्ट ऑफर हुआ हो, लेकिन आधिकारिक रूप से ये सारी प्रोसेस घर के बाहर होती थी। शहनाज़ ऐसी पहली कंटेस्टेंट्स रही हैं जिन्हें शो से निकलने से पहले न सिर्फ दूसरा शो मिला, बल्कि उस शो के टेलीकास्ट होने की डेट्स भी अनाउंस हो गईं और प्रोमो भी शूट हो गए। घर में आए 20 कंटेस्टेंट्स में से ऐसा किसी के साथ नहीं हुआ, ऐसे में शहनाज़ के लिए ये बड़ी कामयाबी है। शहनाज़ के शो का नाम होगा ‘मुझसे शादी करोगे’, इस शो में उनका स्वंयवर कराया जाएगा।
कभी रोकर तो कभी हंसकर, लोगों को बना दिया दीवाना
शहनाज़ ने जब पहली बार बिग बॉस के स्टेज पर कदम रखा था तभी उनकी बातों से लोगों को लगा था कि ये ‘लड़की शो में बढ़िया एंटरटेन करेगी’, और शहनाज़ ने ऐसा किया भी। कभी अपनी हरकतों से तो कभी भोलेपन से, कभी रोने से तो कभी हंसने से… शहनाज़ ने लोगों को अपना दीवाना बना दिया। बिग बॉस ने खुद इस बात को माना हैकि शहनाज़ जब भी स्क्रीन पर आती थीं लोगों के चेहरे पर हंसी आ जाती थी।
खुद कुबूली स्टार बनने की बात
बीते दिनों शिल्पा शेट्टी जब मेहमान बनकर घर में आई थीं तब शहनाज़ ने खुद इस बात को कुबूल किया था वो यहां ट्रॉफी के लालच में नहीं आई हैं उन्हें स्टार बनना था और वो स्टार बन गईं। अब पूरा देश उन्हें पहचानता है। फिनाले से पहले जब शहनाज़ को उनकी जर्नी दिखाई गई थी तब भी उन्होंने कहा था कि इस शो ने उन्हें स्टार बना दिया।
जब शहनाज़ इस घर में आई थीं तब उन्हें लोग शहनाज, सना या पंजाबी की कटरीना के नाम से जानते थे, लेकिन जब तक शो का अंत हुआ लोग उन्हें सिडनाज़ के नाम से पहचानने लगे। सिडनाज़ बनने की वजह थी सिद्धार्थ और उनकी दोस्ती। दोनों की दोस्ती लोगों को इतनी पसंद आती थी कि लोगों ने शहनाज़ और सिद्धार्थ का नाम ही सिडनाज रख दिया।