डॉ आदित्य शर्मा/न्यूज वाणी ब्यूरो
बिंदकी/फतेहपुर। ईश्वर की प्रात से ही मनुष्य जीवन का होता कल्याण इसलिए हर मनुष्य को ईश्वर की उपासना करना चाहिए यह बात महा महेश्वर धाम में आयोजित धार्मिक आयोजन श्रीमद् भागवत कथा में ज्ञान की गंगा बहाते हुए आचार्य राघव महाराज ने कहा।
अमौली विकास खण्ड के ग्राम बबई के महामहेश्वर धाम में विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी में धार्मिक आयोजन शुरू हो गया है। आज श्रीमद्भागवत कथा के प्रथम दिवस पर श्रीधाम वृंदावन से पधारे आचार्य श्रीराघव जी महाराज के द्वारा मंगलाचरण करते हुए ज्ञानगंगा प्रवाहित किया श्रीमद्भागवत कथा के महत्व का वर्णन किया। भक्ति महरानी नारद का संवाद को सुनाया, पापी धुंधकारी को उनके भाई गोकर्ण जी महाराज ने श्रीमद्भागवत कथा को श्रवण करा कर मोक्ष दिलवाया। श्रीमद्भागवत कथा के विस्तृत व्याख्या में भा के कहे ते भाग्य खुल जात भक्ततन के, ता के कहे ते भवसागर तरि जात है, व के कहे ते वर्ण होत विष्णु भक्ततन के, त के कहे ते भवसागर तरि जात है, कलियुग में भवसागर से पार जाने का सुगम रास्ता श्रीमद्भागवत महापुराण की कथा है। श्रीमद्भागवत महापुराण एवं भगवन नाम संकीर्तन यही दो साधन है जिसका सहारा लेकर जीव पापमुक्त हो जाता है। इस प्रकार भागवत में मंगलाचरण गान करते हुए आज ज्ञानगंगा प्रवाहित हुई। कार्यक्रम मे परीक्षित के रूप के महेश शंकर शुक्ल, अपनी धर्मपत्नी रानी देवी के साथ कथा सुन रहे है। कथा सुनने के लिए आसपास के गांव से सैकड़ो लोग कथा सुनने के लिए पहुँच रहे है। कार्यक्रम में वृंदावन से पधारे आचार्य पुष्पेंद्र जी ने भी शिरकत किया। संगीत में ऑर्गन में अनिल, तबले पर अनुपम व पैड पर मयंक जी मधुर ध्वनि दे रहे है। श्रीमद्भागवत कथा में सियादुलारी, ओम प्रकाश तिवारी, रमई, जनार्दन प्रसाद आदि भक्तगणों ने उपस्थित रहकर कथा का श्रवण किया।