डीएम की अध्यक्षता में आयोजित हुआ संपूर्ण समाधान दिवस

– पीड़ित व्यक्ति की समस्याओं को गंभीरता से सुनकर करें निस्तारण: डीएम
आदित्य बरनवाल/न्यूज वाणी ब्यूरो
अमेठी। शासन के महत्वाकांक्षी कार्यक्रम के अंतर्गत आज जनपद की चारों तहसीलों में संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया। जिलाधिकारी अरुण कुमार की अध्यक्षता में तहसील मुसाफिरखाना में संपूर्ण समाधान दिवस आयोजित हुआ। इस दौरान डीएम ने लोगों की समस्याएं सुनी तथा संबंधित अधिकारियों को निस्तारण हेतु निर्देश दिए। संपूर्ण समाधान दिवस में जिलाधिकारी ने फरियादियों की जन समस्या सुनकर मौके पर अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि शिकायतें लंबित न रखी जाये।, शिकायतों को गम्भीरता से लिया जाये। उन्होंने कहा कि संपूर्ण समाधान दिवस में राजस्व विभाग की सबसे ज्यादा शिकायतें आई हैं जिसमें अवैध कब्जा, नाली, खड़ंजा से संबंधित शिकायतें प्राप्त हुई है।ं उन्होंने लेखपालों को निर्देश दिए कि गांव में जाकर निरंतर भ्रमण कर अवैध कब्जा सहित छोटे-मोटे विवाद निपटाएं। डीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि ग्रामीणों के शिकायती पत्र प्राप्त होते ही तुरन्त कार्रवाई अमल में लाई जायें। ताकि तत्समय मौके पर ही निस्तारण किया जा सके। डीएम ने निर्देश दिये कि जन सामान्य के कल्याणार्थ संचालित विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ पात्र लोगो को दिया जाना सुनिश्चित किया जाये। उन्होंने कहा शासन द्वारा संचालित योजनाएं पात्र व्यक्ति तक अवश्य पहुंचनी चाहिए। आज तहसील मुसाफिरखाना में कुल 122 शिकायतें प्राप्त हुई। जिसमें मौके पर 03 का निस्तारण किया। शेष शिकायतों को गुणवत्ता पूर्ण निस्तारण के लिए पुलिस एवं राजस्व की 15 संयुक्त टीमें भेजी गई। इसी क्रम में तहसील गौरीगंज में 111 शिकायतें प्राप्त हुई जिनमें से 02 का मौके पर निस्तारण किया गया। ,शेष शिकायतों को गुणवत्ता पूर्ण निस्तारण के लिए पुलिस एवं राजस्व की 05 संयुक्त टीमें भेजी गई। तहसील अमेठी में 57 शिकायतें दर्ज की गई। जिनमें 01 का निस्तारण किया गया। शेष शिकायतों को गुणवत्तापूर्ण निस्तारण के लिए पुलिस एवं राजस्व की 01 संयुक्त टीमें भेजी गई। तहसील तिलोई में 32 शिकायतें प्राप्त हुई जिनमें 02 शिकायत का मौके पर निस्तारण किया गया। शेष शिकायतों को गुणवत्ता पूर्ण निस्तारण के लिए पुलिस एवं राजस्व की 03 संयुक्त टीमें भेजी गई। संपूर्ण समाधान दिवस के दौरान सूरज कला पत्नी जगपाल निवासी सत्थिन ने अपने प्रार्थना पत्र के माध्यम से वरासत संबंधी शिकायत दर्ज कराई। जिस पर डीएम ने तत्काल संज्ञान लेते हुए एसडीएम मुसाफिरखाना को मौके पर ही लेखपाल व कानूनगो को भेजकर वरासत कराने तथा रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने कहा कि शासन जन समस्याओं के निस्तारण के प्रति अत्याधिक गम्भीर है और इसमें उदासीनता एवं लापरवाही क्षम्य नही होगी। उन्होंने समस्त अधिकारियों निर्देश दिए कि अपने-अपने कार्यालय समय से पहुंचे व जन समस्याएं सुनकर उनका निस्तारण करना सुनिश्चित कराएं। इस अवसर पर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. आरएम.श्रीवास्तव, उप जिलाधिकारी मुसाफिरखाना महात्मा सिंह, परियोजना निदेशक आशुतोष दुबे सहित समस्त जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।

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