भोपाल। मप्र में कांग्रेस नेताओं कार्यकर्ताओं की पद हासिल करने की हसरतों के मद्देनजर हाइकमान ने सभी जिलों में कार्यवाहक अध्यक्षों की तैनाती का फार्मूला तैयार किया है। इसके तहत मौजूदा जिलाध्यक्षों के साथ ही एक अन्य ताकतवर स्थानीय नेता को यह दायित्व दिया जाएगा। इसमें युवा चेहरों को तरजीह देने की भी तैयारी है।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक दो दिन पहले दिल्ली में प्रभारी महासचिव दीपक बाबरिया और वरिष्ठ नेताओं के बीच विचार विमर्श में यह फार्मूला निकाला गया है। हाल में पीसीसी ने बीस जिलों में अध्यक्ष नियुक्त किये हैं। इनमें से कई अध्यक्ष काफी उम्रदराज हैं। ऐसे में अपेक्षाकृत युवा दावेदारों में निराशा और शिकायतों का भाव है। इसके अलावा पार्टी मानती है कि कुछ जिलाध्यक्ष विधानसभा में टिकट के भी दावेदार होंगे, ऐसे में कार्यवाहक अध्यक्ष बनाकर संगठनात्मक कामों को निरंतर रखा जा सकेगा।
कांग्रेस में हालिया नियुक्ति के बाद उभरे असंतोष की वजह से शिकायतों के निवारण के लिए एक प्रकोष्ठ भी बनाने पर विचार हो रहा है। यह प्रदेश कांग्रेस के स्तर पर और जिला या संभाग स्तर पर हो भी सकता है।यहां पार्टीजन की शिकायतों को वरिष्ठ नेताओं तक पहुंचाया जाएगा, हालांकि दिग्विजय सिंह की अगुवाई वाली समन्वय समिति भी यह काम देख रही है और 31 से जिलों का दौरा करके असंतुष्ट नेताओं-कार्यकर्ताओं से संवाद शुरू कर रही है।