मथुरा। विकास खंड गोवर्धन के अंतर्गत विभिन्न गांवों में आंगनबाड़ी केंद्र जैसे तैसे चल रहे हैं। लाखों रुपए की लागत से बने आंगनबाड़ी केंद्र भवन लावारिस स्थिति में है। कहीं ताला लटक रहा है तो कहीं कोई केंद्र भवन शौचालय के रूप में प्रयोग किया जा रहा है। जहां केंद्र संचालित मिले वहाँ भी बच्चों की उपस्थिति नाम मात्र मिली। आंगनबाड़ी केंद्र गांव जचैदा में ताला लटकता मिला। देखने पर ऐसा प्रतीत हुआ कि जैसे केंद्र कभी खुला ही न हो. तो वहीं स्थानीय लोगों ने बताया कि केंद्र महीने 2 महीने में एक दो बार खुलता है। यहां आंगनबाड़ी कभी आती ही नहीं आती है तो बस गप्पे मारती हुई नजर आती है। यहां केंद्र पर किसी प्रकार की सामग्री का भी वितरण नहीं होता। जिससे ग्रामीणों ने आंगनवाड़ी केंद्रों को सुचारू रूप से संचालित किए जाने की प्रशासन से मांग की है।