जोधपुर। शहर के हाथीराम का ओडा क्षेत्र में एक तीन मंजिला प्लास्टिक गोदाम में साेमवार तड़के भीषण आग लग गई। संकरी गलियों में गोदाम होने के चलते फायर कर्मियों को आग बुझाने में दिक्कत आ रही है। एक दर्जन से ज्यादा दमकलें आग पर काबू नहीं कर पाई। इसके बाद जिला प्रशासन के आग्रह पर सेना व वायु सेना ने मोर्चा संभाला। भीषण आग के चलते तीन मंजिला बिल्डिंग के गिरने का अंदेशा भी बना हुआ है।चालीस कमरों में भरे थे प्लास्टिक उत्पाद हाथीराम का ओडा क्षेत्र की तंग गलियों में स्थित प्लास्टिक उत्पादों से भरे एक तीन मंजिला मकान में आज सुबह पांच बजे आग लग गई। मकान से धुआं उठता देख क्षेत्र के लोगों ने दमकल को सूचित किया। दमकलों के मोर्चा संभालने तक आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। कुछ माह पूर्व ही निर्मित इस तीन मंजिला मकान के करीब चालीस कमरों में प्लास्टिक से बनी क्राकरी भरी हुई थी। ज्वलनशील प्लास्टिक के कारण आग बहुत तेजी से फैली। देखते ही देखते आग मकान के तीनों मंजिल तक फैल गई। प्लास्टिक जलने से उठी गंध और घातक धुएं के गुबार के कारण क्षेत्र के लोग दहशत में आ गए। आग को बेकाबू होते देख शहर की सभी दमकलों को मौके पर बुला लिया गया। तंग गलियों में पहुंचने के लिए दमकलकर्मियों को मशक्कत करनी पड़ी। एक दर्जन दमकलों ने संयुक्त रूप से सौ फेरे लगाए, लेकिन आग पर काबू नहीं पाया जा सका। साथ ही, मकान गिरने का खतरा भी है।इसके बाद प्रशासन ने आसपास के मकानों को खाली करवा लिया। प्रशासन के आग्रह पर सेना ने मोर्चा संभाला। अब नागरिक प्रशासन की दमकलों के साथ सेना की दमकलें मिलकर आग को काबू करने का प्रयास कर रही है।सेना व वायुसेना जुटी आग बुझाने में भीषण आग के कारण तीन मंजिला मकान की दूसरी मंजिल की छत ढह गई है। सेना व वायुसेना की दमकलों ने आग को नियंत्रित कर लिया है, लेकिन मकान के अंदर रखा प्लास्टिक का सामान अभी तक धधक रहा है। आग के कारण जर्जर हो चुकी इमारत में प्रवेश करने से फायरमैन भी कतरा रहे है। वे भी पड़ोस की इमारतों से इसे बुझाने में जुटे है।प्रशासनिक अमला मौके पर की विकरालता को देख पूरा प्रशासनिक अमला मौके पर एकत्र है। आसपास के कुछ मकानों को खाली कराने के साथ ही निकट ही स्थित एक टायर गोदाम को भी खाली कराया जा रहा है।शहर की तंग गलियों के बीच में प्लास्टिक के इतने बड़े गोदाम को लेकर नगर निगम की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे है। क्षेत्र के लोगों का आरोप है कि इस गोदाम के खिलाफ वे कई बार निगम में शिकायत दर्ज करवा चुके है, लेकिन प्रभावशाली गोदाम मालिक के दबाव में निगम ने कोई एक्शन ही नहीं लिया।