न्यूज वाणी ब्यूरो
फतेहपुर। नोवेल कोरोना वायरस को लेकर जिले के अलावा परदेशों से आ रहे लोगों की जांच के लिए रविवार की सुबह जिला चिकित्सालय में ऐसी भीड़ उमड़ी की उसे नियंत्रित करने के लिए चिकित्सकों को भी क्रमबद्ध होने का फरमान सुनाना पडा। भारी भीड़ के चलते दो लाइनों में लोगों को खडा किया गया। तत्पश्चात एक-एक व्यक्ति की जांच पडताल की गयी। इनमे अधिकांश लोग परदेशों से आये हुए बताये जा रहे हैं।
बताते चलें कि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाने के लिए पूरे देश में 14 अपै्रल तक का लाक डाउन प्रभावी किया गया है। परदेशों में नौकरी कर रहे लोगों का रोजगार छिन जाने तथा कहीं-कहीं मकान मालिकों द्वारा प्रताडित किये जाने के बाद किराये में रहने वाले लोग दिल्ली की सडकों पर उतरकर अपने पैतृक गांव जाने के लिए पैदल ही निकल पडे हैं। ऐसे लोगों की जानकारी मिलने पर प्रशासन के अलावा स्वंय सेवी संस्थाएं भी सक्रिय हो गयी हैं। रविवार को परदेश से आने वाले तमाम लोगों की भीड़ जिला अस्पताल में लग गयी। इस भीड़ में कुछ स्थानीय लोग भी बताये जा रहे हैं। भीड़ को लेकर चिकित्सक भी परेशान हो उठे। डाक्टरों ने भीड को नियंत्रित करने के लिए दो लाइने लगवाकर नम्बर से लोगों का परीक्षण किया। परीक्षण किये गये लोगों की रिपोर्ट तो नही मिल सकी। लेकिन ऐसा लगता है कि जांच कराने वालों में किसी को भी संक्रमित नही पाया गया।
अस्पताल में सोशल डिस्टेंसिंग की उड़ी धज्जियां
जिला चिकित्सालय में रविवार की सुबह उमडी भीड़ में सामाजिक दूरी का जमकर उल्लंघन किया गया। लाइनों में लगवा दिये गये ऐसे लोग एक-दूसरे से चिपके हुए दिखाई दिये। सभी लोग अपनी जांच पहले कराने का प्रयास करते रहे। जिसके चलते सोशल डिस्टेंसिंग का नारा हवा में उडता दिखा।