न्यूज वाणी ब्यूरो
अकबरपुर। अम्बेडकर नगर की रहने वाली छोटी सी बच्ची रुतहरीन बड़ी होकर डॉक्टर बनना चाहती थी। किसी ने उससे कह दिया कि डॉक्टर बनने के लिए तो बहुत पैसे लगते हैं और तुम्हारे माँ-बाप के पास इतने पैसे नहीं हैं। ये सुनकर वो बाजार से गुल्लक ले आयी और पैसे बचाने लगी। उसने 4500 रुपये इकठ्ठा भी कर लिए। लेकिन जब उसने सुना कि लोग भूखे मरने वाले हैं तो उसने अपना गुल्लक तोड़ कर सारे पैसे पुलिस को दे दिए और कहा कि पुलिस अंकल गरीबों को खाना खिला देना। इस छोटी बच्ची की इस पहल की सभी ने जमकर प्रशंसा की। लोगों का कहना रहा कि बच्चे भगवान का रूप होते हैं। लोगों की दुआएं व प्रार्थनाएं व्यर्थ नहीं जायेगी। कोरोना वायरस के खिलाफ छिड़ी इस जंग में यह देश जरूर जीतेगा।
Prev Post