न्यूज वाणी ब्यूरो/विष्णु सिकरवार
आगरा। एक तरफ जहाँ पूरा देश संक्रमित बीमारी कोरोना से जूझ रहा है और मुसीबत के इस दौर में समाजसेवी व्यक्ति और कुछ समाजसेवी संगठन भी प्रवासी मजदूरों के खाने पीने की व्यवस्था कर रहे हैं वहीँ कुछ राजनीतिक लोग यानी नेता मुसीबत के इस दौर में चेहरा चमकाने की जुगत में भीड़ इकट्ठा कर के समाजसेवा करने से बाज नहीं आ रहे हैं जबकि आगरा के पुलिस कप्तान का साफ तौर पर निर्देश है कि कोई भी समाजसेवी संगठन या फिर नेता खुद किसी भी हाल में जनता के बीच खाना नहीं बाँटेंगे लेकिन तब भी ये लोग भीड़ इकट्ठा कर के अपने साथ साथ समाज को भी दुविधा में डाल रहे हैं।
मामला आगरा का है। जहाँ राष्टीय लोकदल की जिलाध्यक्ष मालती चैधरी के नेतृत्व में रालोद के नेताओं ने खाने के पैकेट बांटे हालाँकि ये मानवीय संवेदना थी लेकिन ये आगरा कप्तान के साथ साथ जिलाधिकारी आगरा व केंद्र सरकार के लॉक डाउन के नियमों का सरेआम उनलंघन हो रहा है। रास्ट्रीय लोकदल के उदय सिंह राणा, टीकम सिंह, मनीष वर्मा, योगेन्द्र राणा आदि लोग थे लेकिन इस दौरान लॉक डाउन की सरेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। हैरानी की बात ये भी है कि ये नेता अपना चेहरा चमकाने के लिये समाज को मुश्किल में डाल रहे है एक तरफ जहाँ पूरा देश कोरोना के वजह से संकट में है वहीँ मानवता के साथ साथ नियमों का तोड़ता भी कहीँ से भी सही नहीं है देखना होगा कि क्या सरकार के साथ आगरा प्रशासन इस पर गंभीर होगा या फिर नेताजी चेहरा चमकाने की जुगत में ऐसे ही समाज को मुश्किल में डालते रहेंगे।