गुजर रहे मजदूरो को सीमा सील कर प्रशासन ने रोका – बार बार घर जाने की गुहार लगा रहे मजदूरों को बरेली की ओर खदेड़ा

न्यूज वाणी ब्यूरो
शाहजहाँपुर। उत्तराखंण्ड, दिल्ली, हरियाणा आदि से पलायन कर प्रदेश को जाने वाले सैकड़ो मजदूरों को प्रशासन ने जनपद सीमा पर ही आज रोक लिया। घर जाने देने की बार बार गुहार लगा रहे मजदूरो पर प्रशासनिक निर्देश पर बल प्रयोग करना पड़ा। प्रशासन के निर्देश पर सभी मजदूरो को एक स्कूल में रोक कर आईसोलेट व स्केनिंग करने बाद आगे अपने घर भेजे जाने की कार्यवाही अमल में लाई गई। कोरोना वायरस की बढ़ती तीर्वता और लॉकडाऊन का लगातार हो रहे उल्लंघन को आज शाहजहाँपुर प्रशासन ने कल सोमवार को गंभीरता से लेते हुए जिले के मीरानपुर कटरा स्थित बरेली और शाहजहाँपुर सीमा पहुंच कर तत्काल प्रभाव से सीमा को सील किया और नोएडा, दिल्ली उत्तराखंण्ड, हरियाणा आदि औद्योगिक शहरों से लौट रहे उत्तर प्रदेश के मजदूरों को जिले की सीमा पर रोक लिया। दूसरी ओर बरेली के फतेहगंज पूर्वी, पुलिस ने शाहजहाँपुर की सीमा में प्रवेश करने वाले उत्तर प्रदेश के सैकड़ों मजदूरों को वापस लौटने पर रोक दिया। दोनो जिलो की सीमा के बीच बहगुल नदी पुल पर जमा हुए आवासीय मजदूरों को सुबह 10 बजे से अपराहन 5.00 बजे तक तेज धूप में भूखे प्यासे रहकर बरेली और शाहजहाँपुर सीमा के बीच फँसे रहे। इन मजदूरो खीरी लखीमपुर गोला बहराइच बलिया लखनऊ गोरखपुर आदि, उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल एंव बिहार के अनेको जिलो को लौट रहे मजदूरों में उनके साथ महिलाएं और बच्चे मौजूद थे। दो जिलो की सीमाओं पर मौजूद, शाहजहाँपुर जिले के प्रशासनिक अधिकारी, एडीएम प्रशासन वीके सिंह, एसपी देहात अपर्णा गौतम के नेतृत्व में, तिलहर एसडीएम सौरभ गंगवार पुलिस उपाधीक्षक मंगल सिंह रावत, तहसीलदार राकेश कुमार स्थानीय थाना अध्यक्ष दिलीप सिंह भदौरिया, नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी अविनाश गंगवार ने पुलिस फोर्स ने राम मुरारी पब्लिक स्कूल में बनाए गए। क्वारंटाइज सेंटर में शाम 6 बजे 111 मजदूर ठहराए गए हैं। जिनको आइसोलेशन रुम मे रखा और वहां से जाँच होने के पश्चात इन मजदूरों को घर भेज दिया जायेगा। कोरोना की जंग में लॉक डाउन के सम्मान में जनपद प्रशासन का ये सबसे अहम कार्य माना जा रहा है लेकिन इस सख्त कार्य को करने में जनपद प्रशासन ने अब तक काफी ढ़ील से कार्य किया। पिछले पांच दिनो में महानगरो से पलायन कर उत्तर प्रदेश और बिहार को जाने वाले लाखो परिवारो को हाईवे स्थित सेवाभाव के चलते लगभग चालिस किलोमीटर तक सैकड़ो व्यक्तियों द्वारा भोजन व जलपान व्यवस्था करते देखा गया जो कभी भी घातक परिणाम का घोतक हो सकती थी। देर आये परन्तु दुरुस्त आये के आधार पर अब प्रशासन को जनपद में स्थानीय स्तर पर भी पूरी तरह सख्त कदम उठाने पड़ेगे यदि कोरोना वायरस को हराना है, सिर्फ जनता अपील कर सहयोग मांगने भर से जीत को निश्चित नही किया जा सकता क्यूंकि जहाँ बाजार पूरी तरह बन्द हैं। वहीं मोहल्लो की गलियों में आवारागर्दी करने वाले लॉक डाउन का बड़ा उल्लंघन कर कोरोना वायरस को दावत देते नजर आ रहे हैं।

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