कोरोना से बढ़ी घरेलू कलह: लॉकडाउन में तलाक से बचने को पति-पत्नी रह रहे अलग-अलग

कोरोना वायरस की वजह से दुनियाभर में लोग घरों में कैद हैं। इस बीच घरेलू हिंसा और आपसी कलह के मामले बढ़ गए हैं। नौबत तलाक तक पहुंच रही है। ऐसे में जापान की एक कंपनी ने लॉकडाउन में तनावग्रस्त पति-पत्नी को अलग रखने और ‘कोरोना वायरस तलाक’ से बचाने का अनोखा कारोबार शुरू किया है।

जापान की शॉर्ट टर्म रेंटल फर्म ने अपने खाली अपार्टमेंट्स की मार्केटिंग करते हुए तनावग्रस्त दंपत्तियों को अलग-अलग रखने की बात कही है। टोक्यो बेस्ड कंपनी कासोकु ने ग्राहकों से कहा, ‘कोरोना वायरस तलाक से पहले कृपया हमसें संपर्क करें।’ वे लोग इसका फायदा उठा सकते हैं जो अपने परिवार के साथ नहीं बल्कि अकेले समय बिताना चाहते हैं।

प्रतिदिन 3 हजार रुपये का खर्च
जापान की सरकार ने कोरोना वायरस के बाद 7 क्षेत्रों में आपातकाल की घोषणा की है। बाहर जाने पर प्रतिबंध नहीं है, लेकिन लोगों से अनावश्यक रूप से भीड़ लगाने को मना किया गया है। स्कूल बंद हैं और लोग घर से काम कर रहे हैं। जो लोग कासोकु के ऑफर के मुताबिक उसके अपार्टमेंट में रहना चाहते हैं उन्हें प्रतिदिन करीब 3 हजार रुपये खर्च करने होंगे। कंपनी के प्रवक्ता ने बताया कि 3 अप्रैल से कंपनी ने यह सेवा शुरू की है और अब तक 20 ग्राहक मिले हैं। इस सेवा में एक लीगल कंपनी से 30 मिनट मुफ्त तलाक परामर्श भी मुफ्त में दिया जा रहा है।

कोई झगड़े से परेशान तो कई बोर
प्रवक्ता ने कहा, ‘इन ग्राहकों में एक महिला है जो पति के साथ झगड़ा होने के बाद भाग गई, एक अन्य महिला ने कहा है कि वह अपने लिए कुछ समय बिताना चाहती है, वह थक गई है, क्योंकि स्कूल बंद होने की वजह से बच्चे भी घर पर ही रहते हैं और पति भी घर से ही काम कर रहा है।’ उन्होंने आगे कहा, ‘हमारे पास पुष्ट आंकड़े यह बताने के लिए नहीं हैं कि तलाक के मामले बढ़ रहे हैं, लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि लॉकडाउन के बाद चीन और रूस में तलाक अधिक हो रहे हैं, इसलिए यह सेवा शुरू करने का हमें विचार आया।’

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