दुनिया में अब तक 1 लाख 61 हजार 902 मौतें और 23 लाख संक्रमित: यूरोप में मौतों का आंकड़ा एक लाख के पार; कुल मौतों की 63% यहां पर

अमेरिका. दुनिया में कोरोनावायरस से अब तक 23 लाख 58 हजार 256 लोग संक्रमित हैं। एक लाख 61 हजार 902 की मौत हो चुकी है। वहीं, छह लाख 06 हजार 473 ठीक भी हुए हैं। यूरोप में अब तक एक लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। यहां सबसे ज्यादा इटली में 23 हजार 227 जान गई है। वहीं, दूसरे नंबर पर स्पेन है, जहां 20 हजार 639 लोगों की मौत हुई है। यूरोप में मरने वालों का आंकड़ा एक लाख पार कर गया है। दुनियाभर में हुए कुल मौतों में 63 प्रतिशत यूरोप में ही हुई है। वहीं, कुल संक्रमितों में केवल अमेरिका में एक-तिहाई मरीज हैं।
स्वास्थ्यकर्मियों के सम्मान में ऑनलाइन कॉन्सर्ट
महामारी से लड़ने वाले स्वास्थ्यकर्मियों के सम्मान में शनिवार को ऑनलाइन कॉन्सर्ट का आयोजन किया गया। इसमें दुनिया के 100 जाने-माने गायक एक मंच पर नजर आए। ‘वन वर्ल्ड टूगेदर ऐट होम’ कार्यक्रम में सभी गायकों ने अपने घरों से ही प्रस्तुति दी। ग्लोबल सिटिजन और विश्व स्वास्थ्य संगठन ने सिंगर लेडी गागा के साथ मिलकर इसका आयोजन किया। इसका प्रसारण फेसबुक, ट्विटर, ट्विच, यूट्यूब, ट्यूनइन और अमेजन प्राइम पर आठ घंटे तक चला। इस मौके पर लेडी गागा ने कहा कि यह कार्यक्रम केवल फंड जमा करने के उद्देश्य से नहीं किया गया। इसके जरिए हम यह संदेश देना चाहते हैं कि पूरी दुनिया स्वास्थ्यकर्मियों के काम की सराहना और सम्मान करती है। गायिका गीता ओरा ने कहा कि लोगों को डब्ल्यूएचओ की सलाह को अपनाना चाहिए। इस कार्यक्रम में भारतीय कलाकार विशाल मिश्रा, प्रियंका चोपड़ा, अमेरिकी गायक एंड्रा डे, प्यूर्तो रिको के लुई फॉन्सी समेत कई जाने-माने गायक शामिल हुए।
संयुक्त अरब अमीरात: हाइड्रोक्सीक्लोरक्वीन का पहला खेप पहुंचा
संयुक्त अरब अमीरात में भारत से हाइड्रोक्सीक्लोरक्वीन का पहला खेप पहुंच गया है। यूएई को 55 लाख टैबलेट भेजे गए हैं। दवा मिलने पर यूएई ने भारत को धन्यवाद दिया है। दवा का इस्तेमाल कोरोना के इलाज के लिए किया जा रहा है। भारत ने अमेरिका, इजराइल, पोलैंड और ब्राजील समेत कई देशों को यह दवा भेज चुका है। यूएई में अब तक 41 लोगों की मौत हो चुकी है।

अमेरिका: 24 घंटे में 29 हजार केस
अमेरिका में अब तक 39 हजार से ज्यादा जान जा चुकी है, जबकि सात लाख 38 हजार संक्रमित हैं। यहां एक दिन में संक्रमण के 29 हजार 57 केस मिले हैं। बीबीसी के मुताबिक, देश में सबसे ज्यादा प्रभावित न्यूयॉर्क में 24 घंटों में 540 लोगों की मौत हुई है। यहां अब तक 17 हजार 671 जान जा चुकी है। राज्य के गवर्नर एंड्रयू क्यूमो ने कहा कि अस्पतालों में मरीजों की संख्या में कमी आ रही है। एक दिन पहले अस्पतालों में 17 हजार 316 मरीज थे, लेकिन शनिवार को 17,967 हो गए। 24 घंटे में करीब दो हजार मरीज अस्पताल में भर्ती कराए गए हैं। शनिवार के आंकड़ों से थोड़ी राहत मिलती दिख रही है। हालांकि, उन्होंने कहा कि राज्य की अर्थव्यवस्था तेजी से खोला गया तो संक्रमण का खतरा एक बार फिर से बढ़ सकता है।

ट्रम्प ने शनिवार को कहा- हमें पता चला कि चीन वायरस के जिम्मेदार है। अगर ऐसा है तो उसे गंभीर नतीजे भुगतने पड़ेंगे। मृत्यु दर में अमेरिका नंबर वन नहीं, बल्कि चीन है। उन्हें दुनिया के सामने गलत आंकड़े पेश किए हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने शनिवार को कहा कि अमेरिका संक्रमितों के इलाज में मदद के लिए ईरान को वेंटिलेटर की आपूर्ति कर सकता है। यदि वे चाहते हैं, तो मैं उन्हें जरूर वेंटिलेटर भेजूंगा। वे मुश्किल में हैं। हमारे पास हजारों अतिरिक्त वेंटिलेटर हैं। ईरान में अब तक पांच हजार से ज्यादा जान जा चुकी है, जबकि 80 हजार 868 संक्रमित हैं।
उन्होंने कहा- जब मैं ईरान गया था तो वहां आतंक था। ईरान पूरे पश्चिम एशिया पर कब्जा करने जा रहा था। लेकिन अब वह बहुत अलग देश बन गया है। अब ईरान के लोग केवल जीवित रहना चाहते हैं। वे हर हफ्ते विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं। वे विपत्ति से घिरे हुए हैं, जो मुझे नहीं चाहिए। मैंने उन्हें मदद करने की पेशकश की है यदि वे चाहते हैं। अगर उन्हें वेंटिलेटर की जरूरत है, जो उन्हें चाहिए। मैं उन्हें वेंटिलेटर भेजूंगा। हमारे पास हजारों अतिरिक्त वेंटिलेटर हैं।”
न्यूयॉर्क सिटी में ट्रम्प इंटरनेशनल होटल के बाहर सड़क पर नकली शव रखकर लोगों ने ट्रम्प प्रशासन की कोरोना पर नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन किया। इस दौरान एक प्रदर्शनकारी ने कहा- ट्रम्प प्रशासन अपने काम में पूरी तरह से नाकाम रही है। वह 1980 के बोर्ड रूम की तरह बहाना बनाने की कोशिश कर रही है। आप लोगों की जिंदगी के साथ नहीं खेल सकते।
सीएनएन के मुताबिक, अमेरिका के कई राज्यों में लोग स्टे-ऐट-होम ऑर्डर के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। मिशिगन, केंटकी, मिनिसोटा, नॉर्थ कैरोलिना, ओहियो में सैकड़ों लोग सड़कों पर निकले।व्हाइट हाउस में ब्रीफिंग के दौरान ट्रम्प एक बार मीडिया पर बरसते नजर आए। इस बार उनके निशाने पर न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्टर मैगी हैबमन थीं। न्यूयॉर्क टाइम्स में ट्रम्प के चीफ ऑफ स्टाफ की रोने की एक रिपोर्ट छपी थी, जिसे लेकर ट्रम्प नाराज थे। यह स्टोरी मैगी हैबमन की थी। ट्रम्प ने कहा- मैंने मार्क मेडोस की रोने की एक स्टोरी पढ़ी। ये वहीं, मैगी हैबमन हैं, जिन्हें रूस की स्टोरी के लिए पुलित्जर मिला था, लोकिन वह स्टोरी ही गलत थी। उन्हें तो पुलित्जर वापस कर देना चाहिए। मैगी हैबमन न्यूयॉर्क टाइम्स और वॉशिंगटन पोस्ट की उन रिपोर्टरों में शामिल थीं, जिन्हें 2016 के अमेरिकी चुनाव में रूसी हस्तक्षेप की स्टोरी के लिए 2018 में पुलित्जर मिला था। ट्रम्प ने कहा- मैगी थर्ड रेट रिपोर्टर हैं। हमने उनकी सच्चाई बता दी है, इसलिए वे अब स्टोरी कर रही हैं कि मार्क मेडोस रो रहे हैं। न्यूयॉर्ट टाइम्स एक बेइमान अखबार है। मैगी ने ट्विटर पर इसका जवाब देते हुए कहा- राष्ट्रपति ट्रम्प ने मेडोस की स्टोरी को गलत बताया। उनका कहना है कि वे किसी और वजह से रो रहे थे।

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