फतेहपुर। न्यूज़ वाणी नफीस जाफरी किशनपुर थानाक्षेत्र के अंतर्गत पड़ने वाली विजयीपुर चौकी मे शनिवार की रात चौकी इंचार्ज ने अपने ही चौकी के हेड कांस्टेबिल की गोली मारकर हत्या कर सनसनी फैला दी थी। वहीं पुलिस अधीक्षक ने राहुल राज ने इस प्रकरण मे जहां चौकी इंचार्ज को लाइन हाजिर करते हुए उनके खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करा उन्हें जेल भेज दिया।
बताते चले कि शनिवार की रात चौकी इंचार्ज लक्ष्मीकांत सेंगर उर्फ बेधड़क अपने ही चौकी के हेड कांस्टेबिल दुर्गेश तिवारी की हत्या रिश्वत के बंटवारे को लेकर भी बात की जा रही है जिस पर चौकी इंचार्ज ने अपने सर्विस रिवाल्वर से सिपाही को गोली मार दी जिससे उसकी मौत हो गयी। घटना के बाद जहां पुलिस महकमे मे हडकंप मच गया था वहीं पुलिस अधीक्षक ने तत्काल चौकी इंचार्ज को लाइन हाजिर करते हुए उनका सर्विस रिवाल्वर कब्जे मे लेते हुए उन्हें गिरफ्तार कर लिया। उधर मृतक के सिपाही के पुत्र की ओर से चौकी इंचार्ज के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया गया आज अदालत मे चौकी इंचार्ज को पेश करने के बाद उन्हें जेल भेज दिया गया। बताते हैं कि चौकी इंचार्ज पुलिस जीप मे एक मुल्जिम की तरह सिपाहियों के बीच मे बैठा था यह वहीं चौकी इंचार्ज है जो पहले जीप मे ड्राइवर के बगल मे शान से बैठकर जाते थे जिनके नाम से बड़ा से बड़ा अपराधी कांपता था आज वह अपने चौकी के सिपाही के हत्या के आरोप मे जेल की सलाखों के पीछे जा रहे हैं। जालौन कोतवाली के महिया प्रतापपुरा गांव निवासी हत्यारोपित दारोगा पत्नी राधा सिंह अपने बच्चों निशाली, बेटे अनिकेत व वेंदात सिंह के साथ झांसी में निर्माणाधीन मकान में रहते हैं। लोगो का बताना है की सनकी मिजाज दारोगा अलग दिखने के कुछ भी करने से परहेज नहीं करता था। फिल्मों का प्रेमी दारोगा साउथ के हीरो के कपड़े व भाग भंगिमाओं के साथ फोटो खिंचाने का उसे खूब शौक था। दारोगा के चरित्र पर भी उस समय सवाल खड़े हुए जब बिंदकी कोतवाली में तैनाती के दौरान वह एक युवती अश्लील मैसेज भेजने लगा। आरोप तो यहां तक लगे थे कि दारोगा युवती के घर भी आना-जाना शुरू कर दिया था।बेधड़क का दिल ऐसा धड़का कि उसने नौकरी व बदनामी की भी परवाह नहीं की। बिंदकी कोतवाली में एक मामले में एक युवक कोतवाली में दो दिन बंद रहा। इसी दौरान युवक बहन कोतवाली आई तो दारोगा ने किसी तरह से उसका नंबर हासिल कर लिया। फिर क्या दारोगा के अश्लील मैसेज से वह परेशान होकर एसपी के सामने पेश हो गई। फिर भी कार्रवाई नहीं हुई तो भाकियू ने दारोगा पर कार्रवाई को लेकर दो दिन तक आंदोलन चलाया। बवाल बढ़ता देख तत्कालीन एसपी ने दारोगा को लाइन हाजिर कर सीओ को जांच सौंपी। सनक मिजाजी दारोगा कि यह चाहत रहती थी कि वह सबसे अलग अंदाज में दिखे। बताते है कि वह साउथ फिल्मों का शौकीन रहा है। जब भी समय मिलता साउथ फिल्में देखता और हीरो के अंदाज पर पोशाक पहन कर एक्शन भी करता है। वह कहता भी है कि मै बेधड़क हूं, मुझे किसी की परवाह नहीं है। अपनी चलाने की आदत में वह किसी कि बात सुनने का आदी नहीं है। मामूली कहासुनी में उसके द्वारा की गई वारदात से हर किसी की जुबां में बेधड़क की सनक मिजाजी की बात आ रही है। उनकी पत्नी राधा सिंह अपने तीनों बच्चों के साथ सुबह कचहरी गेट के बाहर काफी देर तक खड़ी रही। बताते हैं कि न्यायालय में पेशी के लिए जाते समय पत्नी व बच्चों ने लक्ष्मीकांत सिंह सेंगर से मुलाकात भी की जिला कारागार प्रशासन ने हत्यारोपित दारोगा को बैरक में न रखकर हाता नंबर 14 में रखा है। हालांकि जेलर जेपी तिवारी ने इस बाबत कुछ भी बताने से इंकार कर दिया लेकिन जेल अधीक्षक विनोद कुमार सिंह का कहना था कि कुछ बाते गोपनीय होती हैं जेल में सभी बंदी होते हैं और सभी के साथ एक जैसा बर्ताव किया जाता है चाहे कोई भी लेकिन हत्यारोपित दारोगा को अभी हाता नंबर 14 में रखा गया है।