कार्यवाही के नाम पर प्रशाषन कर रहा ठिलियो से फलों की लूट , विक्रताओं ने लगाई न्याय की गुहार

न्यूज़ वाणी ब्यूरो
मौदहा हमीरपुर । कोरोना का ग्राफ भारत मे लगातार बढ़ता जा रहा है। लॉक डाउन 3 के तीसरे दिन तक देश मे 49391 हजार संक्रमित केस सामने आ चुके है । जिनमे 14182 रिकवर हुए है जबकि 1694 संक्रमितों की दुखद मौत हो चुकी है। लॉक डाउन के चलते कारोबार ठप्प है ।देश का गरीब व मध्यम वर्गीय परिवार भुखमरी की भयावह स्थिति झेल रहा है। ऐसे में सरकारी खजाना भरने के लिए सरकार ने शराब कारोबारियों को राहत देते हुए ग्रीन , ऑरेंज और यहां तक कि रेड ज़ोन में भी शराब की बिक्री शुरू करवा दी है। जहां सोसल डिस्टेंस की धज्जियां उड़ाते हुए शाषन प्रसासन के दिशा निर्देशों को ठेंगा दिखाने की तश्वीरें पूरे देश से आ रही है। वहीं प्रसासन दारू की दुकानों के बाहर खड़े ग्राहकों को सोसल डिस्टेंसिंग का पाठ पढ़ाने में असहाय नज़र भी आ रहा है । जबकि दूसरी ओर छोटे मोटे व्यपारियो व फल, शब्जी आदि की ढिलिया लगाकर पेट पालने वालो गरीब तबके के लोगो से प्रसाशन दंड के नाम पर ठिलियो से फल आदि को लूट कर मौज काट रहा है। ऐसा ही मामला कस्बे में सामने आया है जहाँ बैको , शराब के ठेकों व मुख्य मार्ग में उमड़ती भीड़ को प्रसासन काबू करने में असहाय नज़र आता है किन्तु सोसल डिस्टेंसिंग सहित अन्य आरोपो में दण्ड के नाम पर स्थानीय प्रसाशन ठिलियो से आये दिन फलों को लूटने का काम कर रहा है। जिसकी शिकायत जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक हमीरपुर से करने के साथ ओछी कार्यवाही पर लगाम लगाने की मांग करते हुए लुटे गए फलों की भरपाई की भी मांग की गई है। कोतवाली क्षेत्र के अरतरा मुहल्ले में रहने वाले रामनरेश पुत्र प्रेम शंकर ने बताया कि वह पेशे से मज़दूर है । लॉक डाउन के बाद से फल की ठिलिया लगाकर गुज़र बशर कर रहा है। पालिका से उसने पास भी बनवाया था । बीती दोपहर वह अपने आवंटित मुहल्ले इलाही तालाब के पास फल बेच रहा था । तभी दो सिपाही आये व गाली गलौज करते हुए पालिका की कूड़े वाली गाड़ी में 1 पेटी अंगूर उठवा ले गए । बताया गया कि वह मुंह पर साफी बांधे था और सिर्फ ढिलिया में एक ग्राहक था जिसे वह फल तौलने के साथ सोसल डिस्टेंस का पालन कर रहा था। फल विक्रेता रामनरेश का आरोप है कि जब वह मामले की शिकायत को लेकर थाने गया तो उसे डपटकर भगाते हुए बताया गया अंगूर खत्म हो गए व अंगूर के पेटी नगर पालिका में मिलगी। बताया गया कि जब वह शिकायत लेकर पालिका पहुंचा तो उसका बिक्री पास छीनकर खाली पेटी वापस करते हुए जानकारी दी गई कि अंगूर बन्दर खा गए। हालांकि उक्त मामले में पालिका मौदहा की तरफ से पुलिस का बचाव करते हुए निराधार आरोप लगाने की आख्या पुलिस अधीक्षक महोदय को दी गई है। जबकि ऐसी ही शिकायत भगवान सिंह ने जिलाधिकारी हमीरपुर के सीयूजी नम्बर पर करते हुए कार्यवाही की मांग की है जिसपर जिलाधिकारी द्वारा मामले को गम्भीरता से लेते हुए जांच उपरांत कार्यवाही का आश्वासन पीड़ित को दिया है। बताते चले कि कार्यवाही के नाम पर गरीबो के ठिलियो से फल आदि उठवाकर खुद का पेट भरना स्थानीय पालिका प्रसासन व पुलिस के लिए रोजमर्रा का काम बन गया है। जिसकी बानगी यही के गंगाराम पुत्र होबलाल है इन्हों ने बताया कि उनकी दुकान से भी दण्ड का भय दिखाकर 2 दर्जन केले , 3 खरबूजे व 1 तरबूज़ मुफ्त में पुलिस और पालिका प्रशासन ने लिया गया है। वहीं कोतवाली प्रभारी राजेश चन्द्र त्रिपाठी द्वारा बताया गया कि मामले में पूंछतांछ कर रहे है यदि कोतवाली का कोई सिपाही फल की ठिलिया से अंगूर उठाने का दोषी पाया गया तो वह मामला दर्ज कर कड़ी कार्यवाही करेंगे जबकि उक्त मामले में पालिका अधिशासी अधिकारी राजेश कुमार द्वारा बताया गया कि फल विक्रेता आवण्टित एरिया के अतिरिक्त फल बेच रहा था और सोसल डिस्टेंसिंग का पालन भी नही कर रहा था । जिसके चलते उक्त कार्यवाही की गई है। हालांकि श्री कुमार ने फल विक्रेता के हुए आर्थिक नुकसान की भरपाई करने की भी बात करते हुए बड़ा दिल दिखाया गया है। किंतु यहां एक बात समझ से परे है कि फलों की ठिलिया लगाकर डोर टू डोर फल बेच रहे गरीब दुकानदारों से फलों को लूटकर जिस प्रकार का ओछा दंड दिया जा रहा है , न ही यह कानून की दृष्टि से उचित है और न ही ऐसे हालात में मानवीय दृष्टि से ऐसी ओछी कार्यवाही को सही कहा जा सकता है। जिसे जिला प्रशासन को गम्भीरता से लेते हुए समय रहते उचित कदम उठाना चाहिए ताकि गरीब भी अपना पेट पालता रहे , यही पीडित फल विक्रेताओं की मांग भी है।

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