विश्वव्यापी महामारी कोविड 19 में दवाओं के शोध के लिए युवक ने सरकार से की अपना शरीर दान करने की पेचकश
शुभम भारती
अमौली/फतेहपुर- जनपद फतेहपुर के अमौली क्षेत्र के चांदपुर गांव निवासी अरुणेंद्र प्रताप सिंह(22) ने स्वेच्छा से अपना शरीर कोविड 19 मे दवाओं के शोध के लिए दान देने का प्रधानमंत्री,मुख्यमंत्री व जिलाधिकारी को ट्वीटर के माध्यम से प्रार्थना पत्र भेजा है। अरुणेन्द्र प्रताप सिंह ने कोरोना वैश्विक महामारी में दवाओं अथवा इंजेक्शन के प्रयोग के लिए राष्ट्रहित में अपना शरीर दान देने का मन बना लिया है। उनका कहना है कि ये कदम बिना किसी दबाव और स्वेच्छा से उठाया गया है। उन्होंने बताया कि कोविड-19 जो सभी देशों की ओर तेजी से बढ़ रहा है।इसके बचाओ के लिए दुनिया के मेडिकल विशेषज्ञ लगे है उन्हें दवाओं के प्रयोग के लिए मानव शरीर की आवश्यकता होगी तो इसके लिए वो सदैव तत्पर है। यदि उनका शरीर देशहित में काम आया तो उनके लिए बेहद खुशी की बात होगी।अरुणेन्द्र प्रताप सिंह ने बताया कि इस संबंध में अपने माता पिता से विचार विमर्श कर लिया है।कोरोना वायरस के संक्रमण से आज पूरे विश्व मे दहशत का माहौल है। भारत मे भी कोरोना के मामले लगातार बढ़ते ही जा रहे है। कोरोना के इलाज के लिए कई देश वैक्सीन बनाने का दावा भी कर रहे है। भारत मे भी कुछ चिकित्सकों एवं संस्थानों ने वैक्सीन बनाने का दावा किया है। लेकिन अभी तक वैक्सीन का परीक्षण नही हो पाया है। फतेहपुर जिले के ग्राम चाँदपुर के रहने वाले अरुणेन्द्र प्रताप सिंह ने कोरोना वायरस की वैक्सीन के परीक्षण के लिए अपना शरीर दान देने की पेशकश कर मिशाल कायम की है। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को ट्विटर के माध्यम से एक पत्र भी भेजा है जिसमे उन्होंने अपने ऊपर वैक्सीन का परीक्षण कराने की स्वीकृति दी है। बिंदकी तहसील के चाँदपुर गाँव के रहने वाले अरुणेन्द्र प्रताप सिंह ने प्रधानमंत्री को सम्बोधित एक पत्र ट्विटर के माध्यम से भेजा है जिसमे उन्होंने कोरोना वायरस की वैक्सीन के टेस्ट के लिए अपना शरीर देने की पेशकश की है। पत्र में अरुणेन्द्र ने लिखा है कि कोरोना वैश्विक महामारी के कारण पूरी दुनिया को क्षति हो रही है। इस क्षति से दुःखी होकर मानव जाति के कल्याण के लिए उन्होंने ये फैसला लिया है कि अगर कोरोना वायरस के खात्मे के लिए कोई वैक्सीन तैयार की जाती है तो उसका परीक्षण उनके शरीर मे किया जाए। अगर परीक्षण के दौरान उनकी मौत होती है तो इसका जिम्मेदार वह स्वयं होंगे।