फतेहपुर न्यूज़ वाणी फतेहपुर 15 मई रमज़ान का आखरी अशरा आज से शुरू होगा । इस निजात के अशरे में खूब इबादत करे और अल्लाह ताला से मगफिरत की दुआएं मांगें शहर काजी कारी फरीद उददीन कादरी ने कहा कि आखरी अशरे में अल्लाह ताला इबादत गुजार रोजेदार बन्दे कि हर जाएज दुआ को कुबुल करता है । इस निजता वाले आशरे मे भी जो बन्दा अपने गुनाहो की माफी ना करा पाए उससे बदनसीब कोई नहीं हो सकता है।अल्लाह ताला इस आखरी अशरे मे रोजेदार बन्दे कि इबादत से खुश होकर उसके गुना हो को माफ कर देता है ।फरीद उददीन कादरी ने कहा कि हैसियत मन्द मुसलमानों को चाहिए कि वह गरीबों को जकात जरूर अदा करे जिस तरह से रोज़ा रख कर इन्सान की रूह पाक साफ हो जाती है । इसी तरह जकात देने से उस व्यकित का माल भी पाक हो जाता है । इस मुबारक महीने में खुब इबादत करे पता नहीं अगले साल उसे यह मुबारक महीना नसीब भी हो या नहीं अल्लाह ताला ने इस अशरे में शब ए कद्र रात बना कर अपने बनदो पर बहुत बडा अहसान किया है । इन फज़ीलत वाली रातों में इबादत कर इन्सान दीनी और दुनियावी जिन्दगी में कामयाब होने के रास्ते पर बढता है ।फरीद उददीन कादरी ने कहा कि अगर आप के पडोसी मे यतीम बच्चे हो तो ईद के दिन उनका पुरा खयाल रखे ता कि उन्हें अपने यतीम होने का गम ना रहे तभी आप से अल्लाह ताला राजी होगा और पैगम्बरे इस्लाम भी राजी होगे आप का फरमान है कि सबसे पहला हक आप के पडोसी का है ।और आप का पडोसी आप से नाराज हो तो समझो कि आप से अल्लाह ताला भी नाराज है। उनहोंने कहा कि इस बार मुसलिम समाज के लोग ईद बहुत सादगी के साथ मनाए । उसकी वजह ये है कि कोरोना वाइरस की महामारी से सारी दुनिया के लोग परेशान हैं ।लाँक डाउन कि वजह से आर्थिक संकट है बेरोजगारी बडह रही हैं इस बिमारी की वजह से लोग जिन्दगी और मौत से जंग लड रहे हैं ।इस के एलावा जब पाँचो वकत कि नमाज़ तरावी व जुमा मस्जिदों मे अदा न कर के सारी इबादते घरो पर कर रहे हैं तो ऐसे नाजुक हालात मे ईद की खुशियाँ कएसे मना सकते है लेहाजा मालिके नेसाब (मालदार) लोगों की जिम्मेदारी और भी बडह जाती है । कि वो गरीबों, यतीमो, बेवाओं, बेसहारा परेशान हाल लोगों का इस मौके पर खास खयाल रखे तभी आप कि असल ईद होगी।