बिजली विभाग की घोर लापरवाही दे सकती है घटना को अंजाम! जर्जर ट्रांसफार्मर और लाईनो में आये दिन लगती है आग!
न्यूज वाणी ब्यूरो
शाहजहाँपुर- पुराने ट्रांसफार्मर और जर्जर बिद्युत लाईने आये दिन आग की लपटे छोटती देखी जा सकती हैं! बिजली विभाग की इस घोर लापरवाही से नगर में कभी भी बड़ी दुर्घटना घटने की संभावना बनी रहती है! इस सबके बाद भी विभाग का एक दूसरा वर्ग टोर टू टोर बिल निकालने न पहुंचने के बाद भी बिल न भरे जाने के नाम पर उपभोगताओं का उत्पीड़न करता नजर आता है! अधिशासी अभियंता और सब डीविजन ऑफिसर की हटधर्मी से परेशान उपभोगताओं के लिए आगे खांई और पीछे कुँआ होने वाली बात सामने आ रही है! महानगर से लेकर तहसील स्तर तक पर तैनात बिजली कर्मी उपभोगताओं की जेब तलाश करने में समय बिताते नजर आते हैं जबकि लाईनमैन अपने स्तर से लाईनो में हो रहे फाल्टो को संभालने में विभाग मदद चाह कर भी नही ले पाते क्यूंकि विभाग के पास जम्फर लगाने के लिए भी अक्सर वायर भी नही होने का ताना लाईनमैनो को सुनना पड़ता है! ठेकेदारी प्रथा पर तल रहा विभाग के काम काज में संविदा एंव गैर संविदा कर्मियों ने बिलिंग मात्र का कार्य कर मंहगी और लग्जरी अनेक गाड़ियों के स्वामी बनते देखे गये हैं लेकिन उन्हे इस बात से रत्तीभर मतलब नही होता कि उपभोगता का खराब मीटर बदलना है या जर्जर होती लाईन सही करानी है शाहजहाँपुर महानगर से लेकर तहसील स्तर तिलहर, पुवाँया, जलालाबाद, कलान आदि क्षेत्रो में बिजली कब और कितने घन्टो के लिए गुल हो जाय पता तक नही रहता! मीटर रीडिंग सही निकाले या गलत बस उन्हे किसी भी कीमत पर उपभोगता से बिल एैठना होता है जिसके लिए वे उपभोगता पर तत्काल फर्जी तौर पर मुकदमा तक लिखवाने में संकोच नही करते! बताया गया कि तिलहर नगर स्थित मुख्यालय पर तैनात एसडीओं पूरी तरह दबंग और हटधर्मी शख्सियत बनाय रखने में एक छोटे से बिल के लिए उपभोगताओं को जेल भेजने से तनिक भी नही चूकते जबकि लाखो का बिल चुटकियों में सैकड़ो में करके अपनी तिजोरी भरने में लगे रहते हैं! लॉकडाऊन की आड़ में बिजली कर्मचारी उपभोगताओं को उनके बिजली बिल भरने के हर संभव धमकाने का काम कर उनसे रकम एैठने में लगे है जबकि उधर नगर में आग से जल रहे ट्रांसफार्मर बगलने के लिए विभाग के पास बजट न होने का बहाना बना कर पूरे नगर के अन्धकार में डूबे रहने के लिए मजबूर कर रहे हैं! उक्त कर्मचारियों पर सरकार के किसी भी दिशानिर्देश या शासनादेश का रत्तीभर असर देखने को नही मिलता! प्रदेश सरकार को दरकिनार कर वे अपनी मनमर्जी से अपनी सरकार चलाते नजर आते हैं!