राजस्थान में फंसे मजदूरों के मसीहा बने संजय और सचिन राजस्थान के अजमेर में फंसे थे बिलासपुर के 20 श्रमिक
न्यूज वाणी ब्यूरो
रामपुर- कोरोना का कहर लगभग पूरे विश्व मे दस्तक दे चुका है। भारत मे भी अब तेजी से संक्रमण फैल रहा है। देश को संक्रमण से बचाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 मार्च से लॉक डाउन की घोषणा कर दी थी जिसके बाद बहुत से लोग जहां थे वहीं रह गए।बहुत से मजदूर और नौकरीपेशा लोग घर से दूर अन्य राज्यो में जाकर अपने परिवार का पालन पोषण कर रहे हैं।इसी बीच बहुत से लोग अभी भी दूसरे प्रदेशो में फंसे हुए हैं। लॉक डाउन को लागू हुए अब लगभग 2 महीने होने जा रहे हैं तो लॉक डाउन के चलते रोजगार के अभाव में अन्य प्रदेशों में फंसे मजदूरों को आर्थिक दिक्कतें शुरू हो गयी हैं। मजबूरी में बहुत से मजदूर रोज हजारो किलोमीटर का सफर तय कर घर तक पहुंचने की चाहत में पैदल ही निकल रहे हैं। लॉक डाउन के कारण रामपुर के बिलासपुर विधानसभा क्षेत्र के लगभग 20 श्रमिक भी राजस्थान में फंसे हुए थे। वे वहां बेल्डिंग का काम करके अपना और परिवार का पालन-पोषण कर रहे थे परंतु अचानक लॉक डाउन की घोषणा के बाद उनका काम भी बंद हो गया। जो जमा पूंजी थी वो भी खत्म हो गयी। मकानमालिक किराया मांगने लगा और चारो ओर से उन श्रमिको के सामने दिक्कतों की बाढ़ सी आ गयी। कोई रास्ता नही दिखने पर इन श्रमिको व इनके परिवारजनों ने फेसबुक पर कांग्रेस के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य सचिन त्रिवेदी से सम्पर्क कर मदद मांगी। सचिन ने तुरंत इसकी जानकारी सनग्रेस के राष्टीय सचिव संजय कपूर व अजमेर में पूर्व विधायक गोपाल बाहेती के निजी सचिव को दी। संजय ने तुरंत गोपाल बाहेती और राजस्थान प्रदेश के नेताओ से संपर्क साधा जिसके बाद वहां के कांग्रेसियों ने इन श्रमिको से संपर्क किया और इनकी पूरी जानकारी लेकर स्थानीय प्रशासन को अवगत कराया। जिसके बाद स्थानीय प्रशासन ने श्रमिको का थर्मल टेस्ट कराया और उनको वापस रामपुर भेजने की व्यवस्था की। अजमेर प्रशासन ने श्रमिको को राजस्थान परिवहन की बस से वापस रामपुर भेज दिया। श्रमिको के रामपुर पहुंचने पर संजय कपूर और सचिन रोडवेज पहुंचे और श्रमिको का हाल-चाल जाना। उन्होंने जिला प्रशासन को राजस्थान से श्रमिको के आने की सूचना दी। रोडवेज पर श्रमिको का दोबारा थर्मल टेस्ट कराया गया जिसमें ठीक पाए जाने पर होम कोरेनटीन के नियमो का पालन करने की हिदायत देकर उन्हें बिलासपुर भेज दिया गया