टीकमगढ़- दिल्ली से आईं दो सगी बहनों की शादी से एक दिन पहले आई रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई। जिला प्रशासन ने परिजन को दोनों बहनों की शादी कैंसिल कराके आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करा दिया है। जिले में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 9 हो गई। पहले बल्देवगढ़ के लमेरा, अहार, मोहनगढ़ के इकबालपुरा और टीकमगढ़ शहर के रहने वाले 3 लोग पॉजिटिव पाए मिले। इसके बाद अब जतारा और पलेरा में भी कोरोना ने पांव पसार लिए हैं।
एक सप्ताह बाद 3 नए मरीज फिर सामने आए हैं। इसमें दिल्ली से अपने घर पहुंची दो सगी बहनें कोरोना पॉजिटिव निकली हैं। इनमें बड़ी बहन दिल्ली के प्राइवेट अस्पताल में नर्स तो छोटी बहन ब्यूटी पार्लर का काम करती थी। इनके साथ रहने वाली तीसरी बहन की रिपोर्ट निगेटिव आई है। जिन दो बहनों की रिपोर्ट पॉजिटिव हैं। उनकी 28 मई को शादी थी। इसलिए दिल्ली से अपने घर लिधौरा लौटी थीं। वहीं, फरीदाबाद से आने वाली एक प्रसूता महिला भी कोरोना पॉजिटिव मिली। डिलीवरी होने के बाद महिला का सैंपल भेजा गया, जो पॉजिटिव निकला।
तीन बहनें 20 मई को दिल्ली से निवाड़ी तक बस में आईं थी, फिर टैक्सी से गांव पहुंची
मुस्लिम समाज की यह बहनें लिधौरा के वार्ड 6 में रहती हैं। यह तीन बहनें 20 मई को दिल्ली से निवाड़ी तक बस में आईं। इसके बाद निवाड़ी से टैक्सी से आईं थीं। ज्योरा मोरा पर जांच की गई। जहां से तीनों को छात्रावास में क्वारैंटाइन किया गया था। एक सप्ताह बाद तीन में से दो बहनों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। एक बहन की रिपोर्ट निगेटिव आई। जो पॉजिटिव आईं है उन दोनों बहनों की 28 मई को शादी थी। इनमें से एक बहन की शादी ग्वालियर और दूसरी की लिधौरा के पास रूपगंज गांव में थी। दोनों बहनों की रिपोर्ट पॉजिटिव आते ही कलेक्टर हर्षिका और एसपी अनुराग सुजानिया अधिकारियों के साथ गांव पहुंचे। दोनों बहनों को निवाड़ी से टैक्सी में लेकर आए ड्राइवर का पता लगवाकर क्वारैंटाइन कराया गया। सीएमएचओ डॉ. प्रजापति ने बताया कि लिधौरा में कुल 6 लोगों को क्वारैंटाइन किया गया है।
बहनों को बड़ा भाई खाना देने के लिए छात्रावास जाता था
दिल्ली के करोलबाग में तीनों बहनें एक साथ रहती थी। जब ये टीकमगढ़ आईं तो उन्हें क्वारैंटाइन किया गया था। इस दौरान उनका बड़ा भाई खाना देने के लिए छात्रावास जाता था।
गर्भवती महिला की डिलेवरी के बाद भेजा सैंपल
पलेरा क्षेत्र के सिमरा खुर्द गांव की रहने वाली 27 वर्षीय महिला दिल्ली फरीदाबाद से 17 मई को पति बच्चों समेत 6 लोगों के साथ गांव लौटी थी। 23 मई प्रसव पीड़ा होने पर आशा कार्यकर्ता उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पलेरा लेकर पहुंची। डिलीवरी के बाद महिला को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया। महिला के संदिग्ध होने पर 24 मई को कोरोना का सैंपल लिया। बुधवार को प्रसूता महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद पलेरा के स्वास्थ्य महकमा सकते में आ गया है। कलेक्टर हर्षिका सिंह ने आला अधिकारियों के साथ सिमरा खुर्द गांव पहुंची। जहां उन्होंने पॉजिटिव महिला की जानकारी ली। इसके बाद पूरे गांव को सील करवाकर कंटेनमेंट जोन बनाया गया।