महिला ने 6 साल के बेटे को मार डाला पति से नाराज महिला ने तीन बच्चों को जिंदा जलाया

पंजाब- पंजाब के जालंधर और झारखंड के गिरिडीह से दर्दनाक खबरें सामने आई हैं। दोनों ही जगहों पर पारिवारिक कलह में महिलाओं ने अपने ही बच्चों की जान ले ली। गिरिडीह में मां ने अपने तीन बच्चों की हत्या कर दी। इन बच्चों की उम्र दो, पांच और सात साल थी। गिरिडीह में जिस महिला ने अपने तीन बच्चों की जान ली, उसकी घटना से पहले जेठानी से कहासुनी हुई थी। झगड़े में महिला के पति ने भाभी का पक्ष लिया था। जांच में सामने आया कि महिला की उसके पति ने पिटाई भी की थी। जालंधर में एक मां ने छह साल के बेटे को चाकू से गोदकर मार डाला। बच्चा दादा-दादी के पास सोने की जिद कर रहा था। घटना से पहले महिला की सास से कहासुनी हुई थी। बक्से में बच्चों को बंद कर लगा दी आग, खुद भी दी जान पहली घटना झारखंड के गिरिडीह जिले के पुरेख कला गांव की है। यहां मंगलवार को सोनिया देवी नाम की महिला ने दो बच्चों को एक बड़े बक्से में डाला। इसके बाद केरोसिन छिड़क कर आग लगा दी। फिर वह अपने कमरे में लौटी। बिस्तर पर केरोसिन डाला और आग लगा दी। आग जैसी ही भड़की। महिला एक बच्चे को लेकर लेट गई। झुलसी हुई हालत में दोनों को अस्पताल ले जाया गया। लेकिन, बचाया नहीं जा सका। बक्से में बंद बच्चों की भी मौत हो गई। बच्चों को दूध न मिलने पर हुई थी हाथापाई सोनिया के जेठ सीताराम यादव ने बताया- सोमवार रात बच्चों को दूध नहीं देने के कारण सोनिया और जेठानी में झगड़ा और हाथापाई हुई। इसी बीच सोनिया का पति राजेंद्र यादव घर पहुंचा और उसकी डंडे से पिटाई कर दी। मंगलवार सुबह सोनिया और जेठानी में फिर विवाद हुआ। सोनिया बच्चों के साथ कमरे में बंद हो गई। 8 बजे उसके कमरे से धुआं और आग की लपटें देख आस-पड़ोस के लोग दौड़े। सोनिया और उसके दो साल के बेटे को राजधनवार रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया। वहां पहुंचते ही बच्चे की मौत हो गई। बाद में सोनिया ने भी दम तोड़ दिया। सोनिया ने अपने जिन बच्चों को जलाकर मार डाला। उनमें दो बेटे और एक बेटी शामिल हैं।
गुस्साई मां ने बेटे को चाकू से मार डाला जालंधर में शाहकोट कस्बा है। इसमें एक गांव है सोहल जागीर। यहां सोमवार रात करीब 10 बजे एक मां ने 6 साल के इकलौते बेटे को चाकू से गोदकर मार डाला। बच्चे के दादा अवतार सिंह के मुताबिक, “सोमवार रात उनकी बहू कुलविंदर कौर और सास चरणजीत कौर के बीच झगड़ा हुआ। कुलविंदर बेटे अर्शप्रीत को लेकर कमरे में चली गई, अंदर से ताला लगा लिया। कुछ देर बात पोते अर्शप्रीत की चीखें सुनाई दीं। हम लोगों ने कमरा खोलने की कोशिश की। कुलविंदर ने दरवाजा खोला तो अंदर खून फैला था। अर्शप्रीत खून से लथपथ बेड पर पड़ा था। बहू हमारे पीछे भी चाकू लेकर भागी। हमने अपनी जान बचा ली।” अवतार सिंह ने आगे कहा- घटना के बाद बहू कुलविंदर ने भी छत से छलांग लगा दी। गंभीर रूप से जख्मी हालत में उसे जालंधर के निजी अस्पताल में दाखिल कराया। बताया जाता है कि कुलविंदर का पति इटली में रहता है। कुलविंदर को भी इटली जाना था, लेकिन लॉकडाउन के कारण वह नहीं जा पाई। इस वजह से वो काफी परेशान थी। सास से अक्सर उसका झगड़ा होता रहता था।

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