लखीमपुर-खीरी । नीमगांव थाना क्षेत्र के एक गांव में उस वक्त सनसनी फैल गई जब एक घर में किराये से रह रही महिला की सड़ी-गली लाश मिली। इससे पहले कि पुलिस को बुलाकर कोई कार्रवाई करवाई जाती ससुरालियों व मायके पक्ष ने आपस में सुलह-समझौता कर शव को जला दिया। उधर एसओ नीमगांव से जब बात करने की कोशिश की गई तो कई बार काल बेल जाने के बावजूद उन्होंने काल रिसीव नहीं की। इससे साफ जाहिर होता है कि कहीं न कहीं पुलिस की भी इस अपराध को दबाने में मूक सहमति थी। जानकारी के अनुसार, नीमगांव थाना क्षेत्र के रसूलपुर गांव में एक मकान से सुबह तेज दुर्गंध आ रही थी। पड़ोसियों ने जब मकान मालिक से कहा तो वह टालमटोल करने लगा। कुछ गलत होने की आशंका भांप कर जब गांव वालों ने उस पर दबाव बनाया तब उसने ताला तोड़ कर जब कमरा खोला तो अंदर महिला की सड़ रही लाश देख लोग दंग रहे गए। बताया जाता है कि मृतक गीता देवी (35) पत्नी संजय पांडे के तीन बच्चे बिलख रहे थे। वहीं ग्रामीणों के द्वारा बताया गया कि इसको चार दिन पूर्व ससुरालवालों ने आपसी विवाद कर कमरे में बंद कर दिया था। जिसके चलते आज जब कमरे से बदबू फैलने लगी तो मोहल्ले वालों के विरोध करने पर कमरे का ताला तोड़ा गया जहां पर गीता की लाश जो की लगभग सड़ चुकी थी। देख कर लोग दंग रह गये कि कमरे में ही मलमूत्र तक पड़ा हुआ था। वहीं पड़ोस के गांव सनिगवां में मायका होने के चलते भी नहीं मिली। पिता से कोई मदद जान गवाने के बाद भी ससुरालियों व पिता द्वारा गुपचुप तरीके से समझौता कर लाश को जलाकर सारे सुबूत पर पर्दा डाल दिया गया। जब नीमगांव पुलिस से जानकारी लेनी चाही तो थाना प्रभारी नीमगांव के मोबाइल पर काल की तो फोन बंद बता रहा था।