लातेहार। सरकार के नई दिशा कार्यक्रम के तहत गुरुवार को सीआरपीएफ की 214 बटालियन के डालडा फैक्टरी स्थित कैंप के प्रांगण में भाकपा माओवादी के पांच लाख के इनामी सब जोनल कमांडर वीरेंद्र यादव उर्फ शंकर यादव ने पलामू के डीआइजी विपुल शुक्ला के समक्ष आत्मसमर्पण किया। डीआइजी ने माओवादी को पांच लाख रुपये का चेक दिया। इस मौके पर नक्सली ने अपने अन्य साथियों से भी आत्मसमर्पण कर मुख्य धारा में लौटने की अपील की। वीरेंद्र पर लातेहार जिले में आर्म्स एक्ट, के 17, सीएलएक्ट के तहत 30 मामले दर्ज हैं।
इस मौके पर डीआइजी विपुल शुक्ला ने कहा कि झारखंड सरकार की उग्रवादी आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति के तहत झारखंड पुलिस निरंतर प्रयास कर रही है। सरकार के नई दिशा कार्यक्रम के तहत लातेहार जिले में 11 नक्सली अब तक सरेंडर कर चुके हैं। झारखंड में अब तक 128 नक्सलियों ने अत्मसमर्पण कर किया है। धीरे-धीरे नक्सली क्षेत्र में कमजोर होते जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि नक्सली मुख्य धारा में लौट आएं अन्यथा पुलिस मुठभेड़ में मारे जाएंगे। उन्होंने सभी नक्सलियों के परिजन से आत्मसमर्पण नीति के तहत आत्मसमर्पण कराने की अपील की। इस मौके पर उपायुक्तराजीव कुमार ने कहा कि लातेहार जिला अति उग्रवाद प्रभावित जिला है। उग्रवादी अपनी लड़ाई से न गांव, जिले और न ही राज्य का विकास कर सकते हैं। विकास राज्य व केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही विकास योजनाओं से ही हो सकता है।
एसपी प्रशांत आनंद ने कहा कि सीआरपीएफ व झारखंड पुलिस के सहयोग से वीरेंद्र ने आत्मसमर्पण किया है। यह पुलिस की बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि ऐसे लोग जो मुख्यधारा से भटक गए हैं उनके लिए पुलिस के दरवाजे हमेशा खुले हुए हैं। इस मौके पर 214 बटालियन के सीआरपीएफ कमांडेंट अजय सिंह, 11वीं बटालियन के कमांडेंट पंकज कुमार, 214 बटालियन के सीआरपीएफ द्वितीय कमांडेंट मनीष भारती, एसडीएम जयप्रकाश झा, अभियान एसपी विपुल पांडेय , प्रशिक्षु आइपीएस ऋषभ झा, डीएसपी संतोष मिश्रा, मुख्यालय डीएसपी एच रहमान, डीडीसी अनिल कुमार सिंह, कार्यपालक दंडाधिकारी पुष्कर सिंह समेत कई लोग उपस्थित थे।
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