इनामी गैंगस्टर भारती अौर संजीत एनकाउंटर में ढेर, पुलिस के लिए बने थे सिरदर्द

रोहतक। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सैल ने एनकाऊंटर में एक लाख रुपए का ईनामी बदमाश कुख्यात संजीत बिंद्रो को मौत की नींद सुला दिया। पुलिस ने उसके गुरु राजेश भारती समेत 5 बदमाशों का एनकाऊंटर करने के बाद से बदमाशों में दहशत है। रोहतक पुलिस को पकड़ने में नाकाम रही थी। बदमाशों की मौत के बाद रोहतक के अलावा कई जिलों की पुलिस ने राहत की सांस ली है। लंबे समय से संजीत बिंद्रो रोहतक, झज्जर, भिवानी, जींद व अन्य जिलों की पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ था। संजीत एस.टी.एफ. की हिट लिस्ट में था। रोहतक की सी.आई.ए. टीम को संजीत व उसके गैंग के बारे में जानकारी मिली थी। जानकारी मिलते ही सी.आई.ए. की टीम भी दिल्ली एन.सी.आर. में पहुंच गई लेकिन रोहतक की पुलिस टीम से पहले ही दिल्ली पुलिस की स्पेशल सैल और राजेश गैंग में मुठभेड़ हो गई। दिल्ली पुलिस द्वारा किए गए एनकाऊंटर में डीघल निवासी कपिल उर्फ पहलवान की भी मौत हो गई। कपिल भी काफी समय से गैंग का अहम सदस्य था। संजीत की उम्र करीब 18/19 साल थी और उस पर दिल्ली एन.सी.आर. के अलावा कई जिलों में हत्या, लूट जैसे करीब 36 संगीन मामले दर्ज थे। छोटी सी उम्र में ही संजीत का अपराध की दुनिया में बड़ा नाम था। कई जिलों की पुलिस को संजीत की काफी समय से तलाश थी लेकिन वह पुलिस की आंखों में धूल झोंक कर फरार हो जाता था। सूत्रों का कहना है कि करीब 5 दिन पहले ही संजीत ने एक भाजपा नेता को जान से मारने की धमकी दी थी। भाजपा नेता का संजीत के साथ पुराना विवाद बताया जा रहा था, हालांकि भाजपा नेता पुराने विवाद की बात से इंकार करते रहे। भाजपा नेता संजीत के गांव बहुअकबरपुर में अधिकतर आता-जाता रहता है।
मुरादपुर टेकना में सोमवार रात को शराब ठेके के पास युवक प्रवीण की गोली मारकर हत्या कुख्यात संजीत गैंग ने की है। इसकी पुष्टि सी.आई.ए .-1 की प्राथमिक जांच में हुई है। पुलिस के मुताबिक प्रवीन विक्की बॉक्सर गैंग से संबंध रखता था।जेल से फरार होने के बाद आरोपी संजीत की नजदीकियां कुख्यात एक लाख रुपए के ईनामी कंडेला निवासी राजेश उर्फ भारती के साथ बढ़ गई थी। पुलिस पड़ताल में सामने आया था कि फिलहाल दोनों बदमाश प्रदेश में एक साथ घूम रहे हैं। आरोपियों की तलाश रोहतक, सोनीपत, गुरुग्राम पुलिस सहित एस.टी.एफ. भी कर रही थी। राजेश भारती निवासी कंडेला, संजीत बिदरो, ललित पुत्र ओमप्रकाश निवासी समचाना, अंकित पुत्र राजेंद्र निवासी इस्माईला, मनोज पुत्र नार सिंह निवासी मोरखेड़ी, अरुण पुत्र कुलदीप निवासी मोरखेड़ी, नवीन उर्फ डाक्टर पुत्र रामदिया निवासी जसिया, अजीत पुत्र राजबीर निवासी बहुअकबरपुर, आशु निवासी टेकना, अमित पुत्र संदीप निवासी फतेहपुरी झज्जर, मेश पुत्र सुंदर निवासी इस्माईला, कपिल उर्फ पहलवान निवासी डीघल, मनीष उर्फ भंडारी निवासी ब्राह्मणवास, सोनू पुत्र आजाद निवासी मोखरा, सोनू निवासी खरखड़ा दिल्ली, जीत राव निवासी खेरा मोड दिल्ली, उमेश निवासी नजफगढ़। गैंग में करीब डेढ़ दर्जन सदस्य थे। गैंग के अधिकतर सदस्य जेल में हैंं। करीब डेढ़ माह पहले ही संजीत ने सांपला के एक प्रॉपर्टी डीलर से 20 लाख रुपए की चौथ मांगी थी। घर में शादी होने के चलते प्रापर्टी डीलर ने इतनी बड़ी रकम देने में असमर्थता जताई थी। अपने ही गांव के स्कूल संचालक से 2 करोड़ रुपए की चौथ मांगने वाला एक लाख का ईनामी बदमाश संजीत हरियाणा एस.टी.एफ. की हिट लिस्ट में था। उसकी तलाश में एस.टी.एफ. ने रोहतक सी.आई.ए. से भी कुछ इनपुट लिए थे। पुलिस की जांच में सामने आया था कि संदीप अपने गैंग को बढ़ाने के लिए यू ट्यूब के माध्यम से युवाओं को अपने गिरोह में शामिल करने में जुटा था। ऐसी एक वीडियो एस.टी.एफ को भी सौंपी गई था। हालांकि इस वीडियो में दिल्ली से अधिकतर बदमाश दिल्ली से जुड़े थे।
कुख्यात संजीत का नाम कुछ महीने पहले दिल्ली रोड पर एक कार चालक के पैर में गोली मारकर लूटपाट करने की वारदात में सामने आया था। संबंधित थाने की पुलिस को पीड़ित ने आरोपी का जो हुलिया बताया, वह संजीत से मिलता-जुलता था। 19 अक्टूबर 2016 को बिंदर गुर्जर के भाई मनोज उर्फ पप्पू की रेलवे रोड पर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड में गुरुग्राम पुलिस ने संजीत को पकड़ा था। उसने पूछताछ में खुलासा किया था कि बिंदर गुर्जर के भाई के अलावा पुलिसकर्मियों की हत्या की भी उन्होंने सुपारी ली हुई थी। करीब 35 लाख की रुपए की सुपारी दिए जाने की बात सामने आई थी। संजीत के खिलाफ गुरुग्राम, हिसार और सोनीपत आदि जिलों में काफी मामले दर्ज हैं। करीब डेढ़ साल पहले हिसार के बाल सुधार गृह में बंद था, जो वहां से अपने साथियों के साथ फरार हो गया था। तभी से वह पुलिस के हाथ नहीं लग रहा। संजीत के खिलाफ हत्या, हत्या के प्रयास, लूट और रंगदारी समेत कई मामले दर्ज हैं। कुछ दिन पहले बस स्टैंड पर मिली थी लोकेशन। सूत्रों का कहना है कि शहर के ही टायरों के व्यापारी से संजीत बिदरो ने 50 लाख रुपए की फिरौती मांगी थी और फिरौती जल्द ही न देने पर उसे अंजाम भुगतने की धमकी भी संजीत बिदरो के गैंग द्वारा दी गई थी।
बहु अकबरपुर निवासी संजीत कुश्ती खिलाड़ी रहा है। कुछ साल पहले गांव में इसका झगड़ा हुआ था। उस समय संजीत नाबालिग था। पुलिस केस बना तो इसने खेल छोड़ अपराध क्षेत्र में अपना कद बढ़ाने के लिए कई वारदातों को अंजाम दिया। संजीत बिदरो के एनकाऊंटर की खबर जैसे ही उसके गांव बहु अकबरपुर में पहुंची तो गांव में सन्नाटा पसर गया। गांव में कोई कुछ भी बोलने को तैयार नहीं था। हर कोई सिर्फ यही कहता रहा कि हमें कुछ नहीं पता। पुलिस की नाक में दम करने वाले कुख्यात संजीत बिदरो की लोकेशन लगातार रोहतक व गुरुग्राम में मिल रही थी। एस.टी.एफ. ने आरोपी संजीत व उसके साथी राजेश कंडेला पर एक-एक लाख रुपए ईनाम की घोषणा की थी। आरोपी संजीत रोहतक या गुरुग्राम में किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में घूम रहा था। इसी कारण उसकी अधिकतर लोकेशन रोहतक में मिल रही थी। बताया जा रहा है कि संजीत के पिता जयपाल के पास करीब डेढ़ किल्ला जमीन है और वह उसी में ही खेती करते हैं। घर में संजीत की मां है और उसका बड़ा भाई रेलवे पुलिस में है। संजीत कुछ माह पहले ही अपने ही गांव के एक स्कूल संचालक के स्कूल में अपने साथियों के साथ पहुंचा और स्कूल संचालक से 2 करोड़ रुपए की चौथ मांगी थी।

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