घोड़ागाड़ी चलाकर कांग्रेसियों ने किया डीजल पेट्रोल रेट बढ़ोत्तरी का विरोध – सरकार तेल मूल्य करे वापस नहीं तो सड़क पर बढ़ेगा संघर्ष: अरुण विद्यार्थी
न्यूज वाणी ब्यूरो
कौशांबी। जहां एक ओर देश में करुणा संक्रमण से लोगों की आर्थिक स्थिति खराब हुई है तो वही देश की सरकार 17 रुपए वाले 18 वाले डीजल को 80 में बेच रही है। जिससे देश के लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है यही नहीं इस मूल्य बढ़ोतरी का सीधा असर किसानों और आम लोगों की रोजमर्रा की चीजों में मूल्यवृद्धि के रूप में हो रही है। इसलिए सरकार को तत्काल डीजल और पेट्रोल को भी जीएसटी दायरे में लाना चाहिए जिससे इनका मूल्य कम हो और आम लोगों को राहत मिल सके उक्त बातें गुरुवार को जिला मुख्यालय में डीजल और तेल के मूल्य बढ़ोतरी के विरोध प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस के जिला अध्यक्ष अरुण विद्यार्थी ने कही। इस मौके पर घोड़ा गाड़ी पर बैठकर कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने सरकार के मूल्य बढ़ोत्तरी का विरोध किया। कांग्रेसियों ने सरकार को तत्काल बड़े मूल्य को वापसी के लिए कहा। यही नहीं कांग्रेस के लोगों ने पेट्रोल और डीजल के बिक्री को भी जीएसटी के दायरे में लाने के लिए कहा, जिससे लोगों को भारी परेशानी से निजात मिल सके। कांग्रेसियों ने सरकार से बड़े मूल्य वापसी को लेकर नारा लगाते हुए सरकार से इसकी तत्काल वापसी की मांग की यही नहीं पार्टी के लोगों ने घोड़ा गाड़ी पर बैठकर सरकार के मूल्य वृद्धि का सांकेतिक विरोध भी किया इस मौके पर प्रमुख रूप से शाहिद सिद्धकी, आशीष कुमार मिश्रा पप्पू, कौशलेश द्विवेदी, तमजीद अहमद, रजनीश पांडे, बरसाती लाल पंडा, भारत गौतम, शशि प्रताप त्रिपाठी, राजनारायण पासी, इजहार अब्बास फूलचंद्र पासी, राजकुमार, देवेश श्रीवास्तव, विनोद चैधरी, उमेश पांडे, अनिल पांडे, जितेंद्र शर्मा, मोहम्मद गुलाम, सरदार हुसैन रिजवी सहित बड़ी संख्या में कांग्रेसी मौजूद रहे।