नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने कारतूस सप्लाई करने वाले रैकेट का भंडाभोड़ किया है। पुलिस ने दो आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से पुलिस ने 1560 कारतूस बरामद किया है। पुलिस ने आरोपियों की पहचान प्रेम सिंह और आलोक के रूप में की है। पुलिस की शुरुआती पूछताछ में पता चला है कि दोनों आरोपी उत्तरी पूर्वी दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में विभिन्न गिरोह को हथियार और कारतूस की सप्लाई करते थे। पुलिस के अनुसार प्रेम सिंह एक बड़ा कारतूस सप्लायर है जबकि आलोक उसे कारतूस की डिलिवरी करने वाला शख्स है।
आलोक आगरा का एक बड़ा कारोबारी है। आगरा में उसकी गन हाउस भी है। पुलिस का कहना है कि आलोक अपने गन हाउस से कागजात में हेरा-फेरी कर अपने दुकान से कारतूस बेचता था। पुलिस को आरोपियों के पास से 32 बोर के 650 कारतूस, 315 बोर के 360 कारतूस, 22 बोर के 500 कारतूस, 30 बोर के 50 कारतूस बरामद किए हैं। स्पेशल सेल के डीसीपी प्रमोद कुशवाहा ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी प्रेम सिंह अपने एक साथी के साथ सराय काले खां इलाके में आने वाला है। सूचना पर काम करते हुए हमारी टीम ने सराय काले खां के आसपास घेराबंदी शुरू की। पुलिस ने कुछ घंटे के इंतजार के बाद इलाके से प्रेम सिंह को गिरफ्तार किया।
पुलिस को प्रेम सिंह के पास से 350 कारतूस मिले। बाद में प्रेम सिंह से पूछताछ के आधार पर हमारी टीम ने इस मामले में एक और आरोपी को गिरफ्तार किया जिसके बाद से हमें अन्य कारतूस बरामद हुए।ये कारतूस इनको कॉस्ट प्राइस 5-100 रुपए तक आती थी,फिर आगे प्रेम सिंह को 70 से 100 रुपये में बेचते थे,फिर प्रेम सिंह 30-40 रुपये का मार्जन लेकर ये बेचता था,प्रेम सिंह काफी पहले से काम कर रहा था। पुलिस फिलहाल इस मामले में गिरोह के के लिए काम करने वाले अन्य आरोपियों की भी तलाश कर रही है। कुछ दिन पहले ही पश्चिमी महाराष्ट्र के सतारा में रंगीन फोटोकॉपी की मदद से दो हजार और पांच सौ रुपये के नकली नोट छापने के आरोप में पुलिस ने छह लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पुलिस की छापेमारी में उन्हें आरोपियों के पास से 26.54 लाख रुपये के नकली नोट बरामद हुए हैं। पुलिस को मौके से 29.88 लाख रुपये के ऐसे नोट भी मिले हैं जिनकी एक ही तरफ की छपाई की गई थी।