छत्तीसगढ़। बिलासपुर जिले में दो साध्वियों के साथ बंदूक की नोक पर गैंगरेप का मामला सामने आया है। घटना 2 मार्च की है लेकिन यह सामने तब आई जब साध्वी ने सीएम रमन सिंह को पत्र लिखकर अपने लिए न्याय मांगा। साध्वी के पत्र के बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया और आनन-फानन में पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है। बताया जा रहा है कि दोनों साध्वियां पेंड्रा से सतलोक आश्रम ट्रस्ट की हैं। उनका आरोप है कि उन लोगों का गैंगरेप करके हत्या करने का ठेका दिया गया था। 2 मार्च को उन्हें जांजगीर चांपा से गाड़ी में पेंड्रा लाकर गैंगरेप किया गया। साध्वियों का कहना है कि जिसे उन लोगों को मारने का ठेका दिया गया था, उस व्यक्ति ने उन लोगों पर दया दिखाई और उन्हें जाने दिया।
साध्वियों का कहना है कि इस हादसे में उनकी तबियत खराब हो गई और उनकी जान को खतरा भी था। वे लोग थाने गईं पर पुलिस ने उनकी शिकायत नहीं सुनी। परेशान होकर उन लोगों ने मुख्यमत्री रमन सिंह को पत्र लिखा। साध्वियों का कहना है कि उनकी जान को खतरा है। कॉन्ट्रैक्ट किलर्स उन्हें मारने के लिए घूम रहे हैं। पेंड्रा पुलिस ने बताया कि साध्वियों ने सीएम को जो पत्र लिखा था उसके आधार पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है। पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मधुलिका सिंह ने बताया कि दो साध्वियों ने अपनी शिकायत में चार लोगों का नाम लिया है। एएसपी ने चारों लोगों की पहचान जांजगीर चम्पा जिले के दीपचंद पटेल और उत्तरप्रदेश के लालगंज इलाके के कल्पनाथ चौधरी, गिरिजा शंकर चौधरी और श्याम चंद चौधरी के रूप में की है।