न्यूज वाणी ब्यूरो
आगरा। राज्य सरकार द्वारा अनलॉक-2 में भी सभी स्कूल और कोचिंग सेंटरों को बंद रखने के निर्देश दिए गये है। लेकिन कुछ कोचिंग संचालक अपने आप को कोरोना से लड़ने के लिए खुद को बादशाह समझ बैठे है। राज्य सरकार के आदेशों की जमकर धज्जिया उड़ाई जा रही है। ये अब न पुलिस को दिख रहा है नही जिला प्रशासन को ऐसा ही मामला आगरा के जगनेर कस्बे में देखने को मिला।
सोमवार के दिन सरकारी हॉस्पिटल के पास जगनेर में पारगंत के नाम से सेंटर खुला था। इसकी जानकरी कुछ शोसल मीडिया पर वायरल फोटो से हुई। इन फोटो में बच्चों के द्वारा न तो शोसल डिस्टेंस का पालन किया जा रहा है। नही मास्क लगा रखा है। इस कोचिंग सेंटर की बात करे तो सूत्रों द्वारा पता लगा है कि ये कोचिंग सिर्फ सोमवार ही नही लॉक डाउन में रोज खोली गयी। वही नाम न लिखने की शर्त पर एक व्यक्ति ने बताया कि कोचिंग सेंटर में सीसीटीवी लगे हुए है। अगर इसकी सीसीटीवी को लॉकडाउन के दिनों की जांच कर ली जाती है तो इस कोचिंग सेंटर पर निश्चित ही कार्यवाही होगी। इस कोचिंग के लॉकडाउन में खुलने से प्रशासन और पुलिस पर बड़ा सवाल उठता है कि आखिर ये कोचिंग सेंटर किसकी सेटिंग से खुल रहा है। वहीं इस मामले में जगनेर थाना प्रभारी ने दिखवाने की बात कहकर मामले को खुद से टालने का प्रयास किया। अब देखने वाली बात यह होगी क्या इस कोचिंग सेंटर पर कोई कार्यवाही होगी या फिर लेन देन करके मामले को रफा दफा कर दिया जाएगा। वही इस मामले कोचिंग संचालक से फोन के माध्यम से संपर्क किया गया तो उनका कहना था लॉक डाउन में कोचिंग खुलने की बात गलत है। और मुझसे सिर्फ एक गलती हो गयी कि सोमवार को एक संस्था का प्रोग्राम था इसलिए कोचिंग को उस संस्था के प्रोग्राम के लिए खोला गया था। मास्क सभी बच्चों ने लगा रखे थे लेकिन फोटो सेशन के दौरान बच्चो ने हाथ मे ले लिये थे।
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