फरीदाबाद में पकड़े गए गुर्गे ने खोला राज 8 पुलिस वालों की हत्या करने के बाद दो दिन तक कानपुर के शिवली में ही था विकास दुबे
कानपुर- हरियाणा के फरीदाबाद में गिरफ्तार तीन आरोपियों में से एक प्रभात ने पूछताछ में दावा किया है कि कानपुर के बिकरू गांव में दो जुलाई की रात हुए शूटआउट के दो दिन बाद तक मोस्ट वांटेड विकास और वह घटना स्थल से करीब तीन किमी दूर शिवली में ही थे। दोनों ने मिलकर पुलिस टीम पर हमला किया था और दो पिस्टल के साथ कुछ जिंदा कारतूस छीनकर भाग गए थे। प्रभात ने हमीरपुर में मारे गए अमर दुबे के बारे में भी बताया। यूपी एसटीएफ तीनों को रिमांड पर लखनऊ लाने में जुट गई है।फरीदाबाद पुलिस के अनुसार विकास दुबे के कुछ सहयोगियों के न्यू इंदिरा नगर कॉम्प्लेक्स हरिनगर नहर पार एरिया में छिपे होने की सूचना मिली थी। इस पर एसीपी क्राइम अनिल यादव, क्राइम ब्रांच ऊंचा गांव और बीपीटीपी की तीन टीमों ने रेड कर एक घर से बिकरू गांव निवासी कार्तिकेय उर्फ प्रभात, फरीदाबाद के काकुपुर निवासी अंकुर और श्रवण को गिरफ्तार किया गया। प्रभात को अंकुर और उसके पिता श्रवण ने अपने घर में पनाह दी थी। पूछताछ में बदमाश प्रभात ने बताया कि विकास और उसने रिश्तेदार शांति मिश्रा के घर में पनाह ली थी। लेकिन, विकास दुबे पुलिस पार्टी के आने से कुछ घंटे पहले फरार हो गया था। प्रभात ने यह भी बताया कि वह विकास दुबे के साथ कानपुर शूटआउट में पुलिस पार्टी पर फायर करने में शामिल था। घायल पुलिस वालों की दो पिस्टल और जिंदा कारतूस छीनकर मौके से फरार हो गए थे। फरार होने के बाद 2 दिन बाद दो दिन तक दोस्त के घर शिवली में रहे थे। शिवली, बिकरू गांव से दो से ढाई किमी की दूरी पर है। प्रभात का यह भी कहना है कि उसी ने अमर दुबे के हमीरपुर में होने की जानकारी पुलिस को दी थी। जिसके बाद बुधवार सुबह उसकी हमीरपुर में मौदहा क्षेत्र में जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने एनकाउंटर कर दिया गया। प्रभात को अदालत द्वारा यूपी पुलिस की मांग पर ट्रांजिट रिमांड पर यूपी एसटीएफ के हवाले किया गया है। डीसीपी क्राइम ने बताया कि आरोपी के कब्जे से यूपी पुलिसकर्मियों से छिनी हुई 2 पिस्टल 9 एमएम और 2 देसी पिस्टल 9 एमएम सहित 44 जिंदा कारतूस बरामद हुए हैं। विकास दुबे के नोएडा के किसी निजी न्यूज़ चैनल के स्टूडियो में आने की ख़बर पर सेक्टर 16 फ़िल्म सिटी में आने और जाने वाले सभी रास्तों पर पुलिस तैनात है। हर आने जाने वाली गाड़ियों की चेकिंग की जा रही है। स्टूडियो में लाइव टीवी पर सरेंडर के ड्रामे को नोएडा पुलिस रोकना चाहती है।