रायबरेली : जिले में अलग-अलग जगहों पर शनिवार को हुए अग्निकांड में खेतों में खड़ी 19 बीघा फसल जलकर राख हो गई। इसके अलावा एक मवेशी की मौत हो गई, जबकि दो अन्य झुलस गए। अगलगी के काफी देर बाद दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। इससे लोगों में आक्रोश रहा। अधिकतर हादसे हाईटेंशन लाइन में शॉर्ट सर्किट से हुए। डीह थाना क्षेत्र में 24 घंटे के भीतर आग लगने की तीन अलग-अलग घटनाओं में पांच किसानों की सात बीघा गेहूं की फसल जलकर खाक हो गई। पहली घटना शुक्रवार देर शाम गो¨वदपुर मजरे के सरायमानिक में घटी। यहां पूरे पांडेय निवासी कृष्णावती पत्नी राजकुमार की 15 बिस्वा गेहूं की फसल गो¨वदपुर में थी। अज्ञात कारणों से खेत में आग लगी और फसल जल गई। शनिवार दोपहर शिवमूर्ति ¨सह की तीन बीघा गेहूं की फसल जलकर राख हो गई। शनिवार को ही पूरे प्रेम मजरे निगोही में बिजली के तार टूटने से चंद्रभूषण पुत्र रामकिशोर, राजदेव पुत्र सूरजपाल व राजेश पुत्र रामप्रसाद की तीन बीघा गेहूं की फसल जल गई। तीनों घटनाओं में स्थानीय ग्रामीणों ने खेतों में लगी आग को बुझाया। ऊंचाहार क्षेत्र के अकोढि़या गांव के पास शुक्रवार शाम एचटी लाइन का तार अचानक टूटकर गिर गया। इससे गांव के राधेश्याम व जुगल किशोर के खेतों में आग लग गई। ग्रामीण जब तक आग बुझाते तब तक करीब दो बीघा फसल जल चुकी थी। मिल एरिया थाना क्षेत्र के छेदी का पुरवा गांव के पास राही गांव के किसानों के खेत से हाईटेंशन लाइन निकली है। जर्जर ढीले तारों में तेज हवा के चलते हुई टकराहट से गिरी ¨चगारी से ओमप्रकाश पुत्र बैजनाथ के खेतों में आग लग गई। देखते देखते आग ने प्रचंड रूप धारण कर आसपास के खेतों को अपनी चपेट में ले लिया। जब तक फायर ब्रिगेड की गाड़ियां पहुचकर आग पर काबू पातीं तब तक तकरीबन दस बीघा फसल जलकर खाक हो गई। इसमें राही गांव निवासी कन्हैया और पुत्ती लाल की एक-एक बीघा, इस्लाम व शमसुल निशा की ढाई-ढाई बीघा, शाहिद, ओमप्रकाश व प्रेमा देवी की दो-दो बीघा गेहूं की फसल जल गई। इस बाबत त्रिपुला के जेई शंभूनाथ से जानकारी के लिए की गई फोन कॉल रिसीव नहीं की गई। इससे ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है। खबर लिखे जाने तक नुकसान का मूल्यांकन करने कोई भी सरकारी नुमाइंदा घटनास्थल पर नहीं पहुंचा था। घर में लगी आग, भैंस जिंदा जली संवादसूत्र खीरों के अनुसार थाना क्षेत्र स्थित कस्बे के पुराना खीरों में अज्ञात कारणों से एक मजदूर के झोपड़े में आग लग गई। इससे उसके दो मवेशी बुरी तरह झुलस गए। कस्बे के पुराना खीरों निवासी मुन्नू प्रसाद पुत्र गजोधर लोधी अपनी पत्नी फूल कुमारी और बेटे सुनील तथा राजू के साथ मजदूरी करने गए थे। सभी कस्बे के ही अखिलेश चौधरी के खेत में अरहर काट रहे थे। इसी बीच दोपहर में अज्ञात कारणों से उनकी झोपड़ी में आग लग गई। इससे उसमें रखा अनाज, कपड़े समेत का सारा सामान जलकर राख हो गया। इसी झोपड़े में उसकी दो भैंसें भी बंधी थीं, जो आग की चपेट में आने से झुलस गईं। ग्रामीणों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग बुझाई। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचे हलका लेखपाल दया शंकर अग्निहोत्री ने नुकसान का जायजा लिया। लेखपाल ने बताया कि रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को सौंपकर पीड़ित को यथासंभव सरकारी मदद दिलाई जाएगी।