पड़ रहा है केमिकल वाली सब्जी खाने से किडनी हार्ट और लीवर पर असर,सब्जियों और फलों को ताजा रखने के लिए करते हैं केमिकल का प्रयोग
एमपी ग्वालियर में कुछ व्यापारी सब्जियों और फलों को ताजा रखने के लिए केमिकलों से बनी सब्जियों को धोते हैं, जिसका असर फल और सब्जियों पर भी नजर आ रहा है । ये सब्जियां खरीदने के बाद कुछ घंटों तक रखने पर गलने लगती हैं और इन जहरीली फल सब्जियों का सेवन करने से भी एलर्जी हो सकती है ये किडनी, हार्ट और लीवर पर भी सीधा असर करती है, इसलिए आप कुछ प्रयोग के माध्यम से इसकी जांच कर सकते हैं।
बीमारियां लेती है जन्म
करैरा अस्पताल के एक्स्ट्रा फ्रेश सब्जियों के आकर्षण से बचकर सामान्य रंग रूप वाले फल और सब्जियों का उपयोग भी करना चाहिए और शरीर के लिए लाभदायक भी होता है। सब्जियों के जरिए केमिकल शरीर में एकत्र होकर बीमारियों को जन्म है। केमिकल युक्त सब्जियों के सेवन से एलर्जिक रिएक्शन के कारण कई बार हार्ट डिसीज, लीवर व किडनी फेल होने का खतरा बढ़ जाता है। पेट संबंधी बीमारी बीपी गैस ट्रबल, कैंसर, फूड प्वाइजनिंग की शिकायत भी होने लगती है।
ऐसे पता कर सकते है केमिकल ट्रीटमेंट
वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी वाय.एस.यादव ने बताया कि सब्जी की गंध से उसमें कैमिकल ट्रिटमैंट का पता लगा सकते है। सामान्य रंगरुप व फ्रेश दिखाई देने वाली सब्जियां बिना कैमिकल ट्रिटमैंट की होती है। सब्जी को करीब 12-16 घंटे तक खुले में रखने पर केमिकल ट्रिटमैंट वाली सब्जी में कुछ कालापन आ जाता है। अधिक हरी सब्जी को पानी से धोकर या हाथ से रगड़कर पता लगा सकते हैं। केमिकल ट्रिटमैंट वाली सब्जी पकने में अधिक समय लेती है।