बच्चों को बंधक बनाने वाले के घर पर मिला बारूद, बम और असलहों का जखीरा

फर्रुखाबाद।  बेटी के बर्थडे के बहाने 24 बच्चों को 10 घंटे तक बंधक बनाने वाले सिरफिरे सुभाष बाथम को ढेर करने के बाद तलाशी में उसके घर से बारूद, बम और असलहों का जखीरा मिला है। उसने बच्चों को छोडऩे के एवज में 20 करोड़ रुपये और हाईवे किनारे जमीन भी मांगे थे। नहीं देने पर पूरा घर उड़ा देने की धमकी तक दी थी। हालांकि, इसके पहले ही पुलिस ने उसे मुठभेड़ में मार गिराया।

फर्रुखाबाद की मोहम्मदाबाद कोतवाली इलाके के गांव करथिया के सिरफिरे सुभाष बाथम ने गुरुवार दोपहर 2:30 बजे अपनी एक साल की बेटी कुसुम की बर्थडे पार्टी के बहाने गांव के 26 बच्चे बुलाए और घर के 15 फीट लंबे-चौड़े और 10 फीट गहरे तहखाने में बंधक बना लिया था। मौसा के कत्ल में उम्र कैद की सजा पा चुके सुभाष के इस कृत्य में उसकी बीवी रूबी भी सहयोगी बनी। बच्चों को सकुशल बचाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद डीजीपी ओपी सिंह व अन्य से पल-पल अपडेट ले रहे थे। अपर मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी ने देररात मुठभेड़ में सुभाष बाथम को मार गिराने वाली टीम को 10 लाख रुपये इनाम की घोषणा की थी।

मंडलायुक्त सुधीर एम बोबडे की मौजूदगी में हुई तलाशी में पता लगा कि सुभाष ने घर के मुख्य द्वार के पास विस्फोट का पहले से इंतजाम कर रखा था। पुलिस को उसके कमरे की टांड़ में 100 छोटे और चार बड़े बम, एक देसी रायफल व एक तमंचा और तमाम कारतूस मिले हैैं। एक पेंट बम घर के दरवाजे पर तो पांच किलो के गैस सिलिंडर में बारूद से बनाया गया बम बेसमेंट में मिला है। इसके लिए बम में बल्ब के एलीमेंट का उपयोग किया था। इसे तार से जोड़कर कमरे तक लाया। तार में जैसे ही करंट गया, बम फट गया। उसने पेंट के डिब्बे और गैस सिलिंडर में बारूद भरकर बिजली के एलीमेंट लगाए थे। शुक्रवार सुबह मुरादाबाद से आए बम निरोधक दस्ते ने इन्हें नष्ट कराया।

आइजी मोहित अग्रवाल सीढ़ी के जरिये छत पर जाने की तैयारी में थे कि बच्चों की कैद से आक्रोशित भीड़ ने सुभाष के घर पथराव करते हुए दरवाजा भी तोड़ डाला। पुलिस भी पीछे से घुस आई। भीड़ सुभाष व उसकी बीवी को खींचते हुए बाहर खींच लाई। पुलिस सुभाष को फिर घर ले गई और वहीं एनकाउंटर में ढेर कर दिया। इससे पहले भीड़ ने सुभाष और उसकी पत्नी रूबी को जमकर पीटा। पुलिस रूबी को एंबुलेंस से लोहिया अस्पताल ले गई और गंभीर हाल देखते हुए उसे सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी रेफर किया गया। इस बीच रास्ते में उसकी मौत हो गई। कन्नौज स्थित रूबी की मायके में सिर्फ मां जैलश्री हैं। चार साल पहले ही उसकी सुभाष के साथ शादी हुई थी। बेटी की मौत की खबर के बाद भी जैलश्री देखने नहीं आईं।

गृह मंत्री अमित शाह ने सफल ऑपरेशन के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ व उप्र पुलिस को बधाई दी है। गृह मंत्री ने ट्वीट कर कहा, ‘फर्रुखाबाद में बंधक बनाए गए सभी बच्चों को पुलिस द्वारा अपनी कुशल रणनीति व योजना से सुरक्षित छुड़वाना प्रशंसनीय है। इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उत्तर प्रदेश पुलिस को बधाई देता हूं।’ सीएम ने धन्यवाद देते हुए ट्वीट किया कि प्रदेश सरकार की अपराध के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति है।

कानपुर में गंगा यात्रा के समापन पर आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि एक दरिंदे ने 23 बच्चों को कब्जे में ले लिया था। मां गंगा की कृपा से दरिंदा मुठभेड़ में मारा गया और सभी बच्चे सकुशल हैं। मैं इस ऑपरेशन से जुड़ी पुलिस टीम को बधाई देता हूं। वहीं, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह ने कहा कि सीएम पूरी रात सो नहीं पाए। अपराधी के मारे जाने व बच्चों की कुशलता की पल-पल रिपोर्ट लेते रहे।

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