नई दिल्ली। दिल्ली के शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों से गृह मंत्री अमित शाह आज मुलाकात कर सकते हैं। हालांकि गृह मंत्री और प्रदर्शनकारियों के बीच बैठक को लेकर अबतक स्थिति साफ नहीं हो पाई है और इसपर असमंजस बरकरार है।
दिल्ली पुलिस की ओर से एक बयान जारी कर कहा गया है कि हमने प्रदर्शनकारियों से पूछा है कि वे अपने प्रतिनिधिमंडल के उन लोगों के बारे में हमें जानकारी मुहैया कराएं जो गृह मंत्री से मिलना चाहते हैं ताकि हम एक बैठक की योजना बना सकें। लेकिन उन्होंने कहा कि वे सभी जाना चाहते हैं, हमने इससे इन्कार किया है लेकिन हम देखेंगे कि हम क्या कर सकते हैं।
बैठक को लेकर असमंजस
इससे पहले गृह मंत्रालय ने शनिवार को स्पष्ट किया था कि गृह मंत्री अमित शाह और शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों के बीच रविवार को कोई बैठक तय नहीं है। प्रदर्शनकारियों ने दावा किया था कि नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के मसले पर रविवार को उनकी अमित शाह के साथ बैठक होने वाली है। हालांकि, प्रदर्शनकारियों ने यह भी कहा है कि वो बातचीत के लिए तैयार हैं। बातचीत के लिए उन्हें बुलाना सरकार की जिम्मेदारी है।
इससे पहले प्रदर्शनकारियों ने शनिवार को कहा कि सीएए और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के मुद्दे पर रविवार को उनकी अमित शाह के साथ बैठक होगी। उन्होंने यह भी कहा कि बैठक के लिए उन लोगों ने गृह मंत्री से समय नहीं लिया है।जबकि, शाहीन बाग प्रदर्शन के आयोजकों में से एक सैयद अहमद तासीर ने मंच से कहा कि वे लोग गृह मंत्री से मिलने के लिए तैयार हैं, लेकिन गृह मंत्री को यह स्पष्ट करना चाहिए वे कितने लोगों से मिलना चाहते हैं। वहीं, एक प्रदर्शनकारी ने कहा कि वो लोग रविवार को अमित शाह के घर की तरफ मार्च करेंगे।
भाजपा सांसद जीवीएल नरसिम्हा राव ने शाहीन बाग के प्रदर्शन को गैर-लोकतांत्रिक और गैरकानूनी बताया है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में लोगों को प्रदर्शन करने का अधिकार है। अदालत ने भी कहा कि धरना प्रदर्शन अनिश्चित काल तक नहीं चल सकता है और निर्धारित स्थान पर ही धरना किया जा सकता है। लेकिन शाहीन बाग में प्रदर्शनकारियों ने रास्ते को जाम कर दिया है, जिससे लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।