दापची(नाइजीरिया): उत्तर पूर्वी नाइजीरिया के दापची में बोको हराम जिहादी समूह द्वारा 19 फरवरी को अपहृत की गई छात्राएं इस सप्ताह रिहा किए जाने के बाद आज अपने घर लौट आईं. इन छात्राओं ने करीब पांच सप्ताह कैद में बिताया. अपने सिर को बुर्के से ढके हुए ये 105 छात्राएं स्थानीय समयानुसार दोपहर दो बज कर करीब 30 मिनट पर पांच बसों में सवार हो कर नाइजीरियाई सेना की निगरानी में योबे राज्य के दापची पहुंचीं. राष्ट्रीय राजधानी अबुजा में प्राधिकारियों के साथ तीन दिन बिताने के बाद आज लौटीं छात्राओं का उसी बोर्डिंग स्कूल में उनके अभिभावकों ने स्वागत किया जहां से इन छात्राओं का अपहरण किया गया था.
इन छात्राओं को बुधवार को रिहा किया गया था. बोको हराम ने कुल 111 छात्राओं का अपहरण किया था. बातचीत के बाद बोकोहराम के चरमपंथियों ने बुधवार को105 छात्राओं को तो रिहा कर दिया, लेकिन एक छात्रा लीह शरीबू अभी भी बंधक है. बताया जाता है कि लीह ईसाई है और उसने इस्लाम धर्म कबूलने से इनकार कर दिया.
अपहृत की गई पांच छात्राओं के बारे में माना जाता है कि अपहरणकर्ताओं के चंगुल से भागने की कोशिश के दौरान ये लड़कियां भगदड़ में मारी गयीं.
स्कूल पर बोको हराम के हमले के बाद 110 छात्राएं लापता
बता दें कि नाइजीरिया सरकार ने पूर्वोत्तर स्थित एक स्कूल पर बोको हराम के हमले के बाद अपनी चुप्पी तोड़ते हुए 110 छात्राओं के लापता होने की सोमवार (26 फरवरी) को पुष्टि की थी. सूचना मंत्रालय ने एक बयान में कहा था कि ‘‘संघीय सरकार ने योबे प्रांत के दपाची स्थित ‘गवर्नमेंट साइंस एंड टेक्निकल कॉलेज’ की 110 छात्राओं के लापता होने की पुष्टि की है. सोमवार (19 फरवरी) को स्कूल पर हमले के बाद से उनका कोई पता नहीं है. समझा जाता है कि यह हमला बाको हराम के एक गुट के उग्रवादियों ने किया था.’’
मंत्रालय ने कहा कि अधिकारियों के कुल 906 छात्रों में से 110 की जानकारी मुहैया कराने में असमर्थ होने के बाद यह बयान जारी किया गया. अपहरण से सेना के उन दावों पर एक बार फिर सवाल खड़ा हो गया है जिसमें उसने इस्लामी उग्रवादियों के हार की कगार पर होने की बात कही थी. नाइजीरिया में सरकार और बोको हराम के बीच पिछले नौ साल से लड़ाई जारी है.