कासगंज। गणतंत्र दिवस पर तिरंगा यात्रा के दौरान हिंसा में मारे गए चंदन गुप्ता के पिता को भी धमकी मिलने की सूचना से शहर में एक बार फिर खलबली मच गई है। उनका आरोप है कि बाइक सवार तीन लोगों ने आज उनको धमकी दी है। इसके बाद चंदन गुप्ता के परिवार की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
चंदन के पिता ने शिकायत की थी कि कुछ लोग उन्हें धमकी दे रहे हैं। चंदन के पिता सुशील गुप्ता ने आत्मरक्षा के लिए बंदूका का लाइसेंस देने की भी मांग की है। सुशील गुप्ता के अनुसार कल देर शाम बाइक पर आए तीन युवकों ने उनसे टकराने पर अंजाम भुगतने की धमकी दी।
चंदन के पिता सुशील गुप्ता ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि उन्हें कुछ युवकों ने धमकी दी है। सुशील गुप्ता के मुताबिक, कल शाम को जब वह घर के बाहर बैठे थे, तो बाइक सवार दो लोग उनके घर के आगे रुके और उन्हें जान से मारने की दी। सुशील गुप्ता ने सीएम योगी आदित्यनाथ से सुरक्षा की गुहार लगाई है। इसके साथ ही खुद पर और परिवार पर खतरे को देखते हुए पुलिस से सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की है।
सुशील गुप्ता ने बताया कि उनके घर के सामने बाइक सवार दो बदमाशों ने धमकी दी और कहा कि उनसे पंगा लेकर ठीक नहीं किया है, वो उन्हें देख लेंगे। इस धमकी के बाद अब सुशील गुप्ता ने पुलिस से सुरक्षा की मांग की है और कहा है कि उनके परिवार को जान का खतरा है। उन्होंने कहा कि सीएम योगी आदित्यनाथ हमें हथियार का लाइसेंस दें ताकि हम अपनी सुरक्षा कर सके।
चंदन के पिता सुशील गुप्ता ने 18 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इनमें सलीम, वसीम, नसीम, जाहिद उर्फ जग्गा, आसिफ कुरैली उर्फ हिटलर, असलम कुरैशी, असीम कुरैशी, नसरुद्दीन, अकरम, तौफिक, खिल्लन, शबाव, राहत, सलमान, मोहसिन, आसिफ जिम वाला, सादिक और बबलू का नाम शामिल हैं। सुशील गुप्ता ने जिनके खिलाफ मामला दर्ज कराया है, उन 15 अन्य आरोपियों की तलाश में पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है। इस घटना के संबंध में चिन्हित व्यक्तियों की गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित कर दबिशें दी जा रही हैं।
चंदन की हत्या के आरोप में गिरफ्तार सलीम ने अपना जुर्म कुबूल कर लिया है। सलीम ने साथ ही यह भी स्वीकार किया है कि उसके घर में पहले से ही तमंचे, पिस्तौल, बम और कारतूस मौजूद थे। सलीम ने यह भी कुबूल कर लिया है कि उसके भाइयों वसीम और नसीम ने भी गोलियां चलाई थीं।
सलीम को पूछताछ के बाद कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे 14 दिन की जुडिशल कस्टडी में भेज दिया गया है। वहीं सलीम के दोनों भाई वसीम और नसीम अभी फरार हैं। सलीम ने पूछताछ के दौरान बताया कि घटना के बाद तीनों भाई अलीगढ़ में छिपे थे, लेकिन पुलिस की लगातार दबिश के चलते उन्हें रिश्तेदार का घर छोडऩा पड़ा। पुलिस ने अब तक की कार्यवाही के दौरान एक डीबीबीएल बंदूक, दो कारतूस, एक एसबीबीएल देशी, 4 कारतूस और 8 खोखा कारतूस बरामद बरामद किए हैं।
कोतवाली प्रभारी ने कहा धमकी देने की बात को लेकर संदेह
धमकी को लेकर कोतवाली प्रभारी रिपुदमन सिंह का कहना है उनके घर पर पहले से ही एक दारोग़ा और 4 सिपाही तैनात हैं, ऐसे में धमकी देने की बात को लेकर संदेह है। एहतियातन घर की सुरक्षा में और इजाफा कर दिया गया है।
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