लाहौर. जमात-उद-दावा ने अपने आका हाफिज सईद का गलत बयान जारी कर उसके लिए शर्मिंदगी की स्थिति पैदा कर दी। संगठन ने 2008 के मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड सईद के हवाले से कहा, “पाकिस्तान में आतंकवाद फैलाने में चीन और रूस का हाथ है।” बाद में जमात को इस पर सफाई देनी पड़ी। कैसे हुई जमात से चूक…
– रविवार को हाफिज सईद ने जमात के हेडक्वार्टर्स पर मीडिया से बातचीत की थी।
– उस दौरान सईद ने पाक में आतंकवाद फैलाने में भारत का हाथ बताया था और शरीफ सरकार को चीन-रूस पर दबाव बनाने की सलाह दी थी ताकि वे भारत को इससे रोकें।
– लेकिन मीटिंग के बाद जमात-उद-दावा ने बयान जारी करते वक्त गलती कर दी।
– जमात-उद-दावा के ऑफिशियल अहमद नदीम ने कहा, ” पाकिस्तान में आतंकवाद फैलाने में गलती से चीन का जिक्र हो गया।”
– हाफिज सईद ने कहा था, “पाक सरकार को CPEC (चाइना पाक इकोनॉमिक कॉरिडोर) को कश्मीर की आजादी से जोड़ना चाहिए।”
– “शरीफ सरकार को अपनी कैबिनेट के साथ यूएन ऑफिस के बाहर धरना देना चाहिए और कश्मीर पर अपने रिजोल्यूशन पर अमल का दबाव बना चाहिए।”
– “पाक सरकार को इस पर भी जोर देना चाहिए कि कश्मीरियों को आत्म-निर्णय का अधिकार है।”
– “शरीफ और उनके मंत्रियों को तब तक वहीं जमे रहना चाहिए जब तक भारत कश्मीरियों पर अत्याचार करना बंद न कर दे।”
– “पाक सरकार को भारत के साथ अपने व्यापारिक संबंधों को भी तोड़ लेना चाहिए और कश्मीर मसले के हल होने तक उन्हें बहाल नहीं करना चाहिए।”