दुर्गावती, कैमूर। जिले के विभिन्न इलाकों में शुक्रवार को ईद मिलादुन्नबी का पूरे अकीदत के साथ मनाया गया। इस अवसर पर मस्जिदों में नमाज और विशेष दुआएं अदा की गईं, वहीं अलग-अलग स्थानों से जुलूस-ए-मोहम्मदी निकाला गया। वही कोटसा मस्जिद से दिल्ली से मोहम्मदी का आगाज किया गया और सिकंदर शहीद बाबा के मजार को होते हुए अहमदी डेरा तक पहुंचा वहां लोगों ने वहां पर खाने-पीने का भी इंतजाम रहा वहां से जुलूस हजरत सिकंदर बादशाह शहीद बाबा के मजार पर आकर समाप्त हुआ जुलूस के दौरान लोगों ने हुजूर की आमद मरहबा सरकार की आमद मरहबा और या रसूल अल्लाह के नारे लगाए कुरस मस्जिद के इमाम पैगंबर साहब के जन्मदिन पर सभी को मुबारकबाद दी। उन्होंने मोमिनो से बुराइयों को त्यागने और नबी के बताये हुये रास्ते पर चलने का पुरजोर अपील की इसी तरह कैमूर के भभुआ, मोहनिया, दुर्गावती, रामगढ़, चौनपुर समेत ग्रामीण क्षेत्रों में मुस्लिम समुदाय के लोग बड़ी संख्या में जुलूस में शामिल हुए। बच्चे, बुजुर्ग और नौजवान हाथों में तिरंगे और हरे झंडे लिए नारे लगाते हुए आगे बढ़े। जगह-जगह समाजसेवी संगठनों और स्थानीय लोगों ने स्वागत द्वार बनाकर जुलूस में शामिल लोगों को शरबत व मिठाई वितरित की। इस कार्यक्रम में इमाम ई मस्जिद सदर मनन खान, सेराज खान शौकत खान इबरार खान, सदरू खान, शमीम खान, शमशेर अंसारी, मास्टर कलीम, समाज सेवी परवेज खान, सैकड़ो की संख्या में लोग मौजूद रहे। इस अवसर पर धार्मिक वक्ताओं ने इस अवसर पर हजरत मोहम्मद साहब की शिक्षाओं पर अमल करने और इंसानियत, अमन तथा भाईचारे का संदेश फैलाने की अपील की। प्रशासन की ओर से पूरे जिले में सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए थे। पुलिस बल संवेदनशील स्थानों पर तैनात रहा और पूरा कार्यक्रम शांति व सौहार्दपूर्ण माहौल में संपन्न हुआ।
