-नीलम ने कहा जब शब्दो की मर्यादा टूटती है, तो पद की गरिमा पर सवाल उठेंतें हैं
बांदा। आज समाजवादी पार्टी की राष्ट्रीय सचिव महिला सभा और कद्दावर नेता नीलम गुप्ता दिल्ली की मुख्यमंत्री की अभद्र टिप्पणी पर अपना जवाब दे रही थी उन्होंने कहा कि उनके बयान से मै किंकर्तव्यविमूढ़ हूं एक महिला हो के असंवैधानिक भाषा का प्रयोग शोभा नहीं देता , भाषा की मर्यादा होती है ,जब शब्दों की मर्यादा टूटती है, तो पद की गरिमा भी सवालों में आ जाती है दिल्ली की मुख्यमंत्री से एक न्यूज़ एंकर द्वारा पूछे गए एक सामान्य से सवाल—”अखिलेश यादव के लिए एक शब्द?”—के जवाब में उन्होंने कहा: “टोंटी चोर” यह जवाब सुनकर हर कोई हैरान रह गया। जिस पद पर रेखा गुप्ता जी आसीन हैं, वह सिर्फ एक सत्ता का नहीं, बल्कि संविधान और जनप्रतिनिधित्व की मर्यादा का प्रतीक भी है। ऐसे में इस तरह की भाषा और व्यंग्य न सिर्फ राजनीतिक मर्यादा को ठेस पहुंचाते हैं, बल्कि लोकतांत्रिक मूल्यों पर भी प्रश्नचिह्न लगाते हैं। विचारों की भिन्नता हो सकती है, लेकिन शब्दों में शालीनता होनी चाहिए जो रेखा गुप्ता में नहीं है उनके ऐसे शब्द पूरे समाज को कटघरे में खड़ा करते है जिससे आम जनमानस पर बुरा प्रभाव पड़ता है, मैं उनसे अपील करती हूं कि वो हमारे नेता से लिखित माफी मांगे जिससे भविष्य में इस तरह की पुनरावृति न हो सके।