उत्तर प्रदेश: गोंडा में 200 रुपये के उधार विवाद में एक 22 साल के नवविवाहित व्यक्ति की कथित तौर पर पीट-पीटकर हत्या कर दी गई. घटना के बाद परिवार के सदस्यों ने विरोध प्रदर्शन किया और शव को गोंडा-लखनऊ राजमार्ग पर रख दिया. मृतक हृदय लाल, लक्ष्मणपुर जाट गांव का एक राजमिस्त्री था, उसने गांव के ही राम अनुज को 700 रुपये उधार दिए थे. 1 अगस्त को जब लाल ने 200 रुपये वापस मांगे तो उनके बीच गरमागरम बहस शुरू हो गई. यह विवाद हिंसक हो गया और अनुज, उसके भाई राम किशोर, बेटे जगदीश और भतीजों पंकज व चंदन ने कथित तौर पर उस पर लाठियों से हमला कर दिया. इलाज के लिए लखनऊ ले जाए गए लाल ने सोमवार को दम तोड़ दिया. सोमवार शाम जब शव को लखनऊ से एम्बुलेंस में वापस लाया जा रहा था, तो परिवार ने बालपुर में शव को सड़क पर रखकर गोंडा-लखनऊ राजमार्ग को जाम करने की कोशिश की.
चार स्थानीय थानों से तैनात पुलिस ने हस्तक्षेप किया, हल्का बल प्रयोग करके नाकाबंदी खुलवाई और शव को गांव ले जाना सुनिश्चित किया. शुरुआत में, परिवार ने आरोपियों के घरों पर कड़ी कार्रवाई और ‘बुलडोजर चलाने’ की मांग करते हुए अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया. कोतवाली देहात थाना प्रभारी संजय कुमार सिंह ने बताया कि सोमवार देर रात पुलिस की निगरानी में अंतिम संस्कार किया गया. उन्होंने बताया कि सभी नामजद आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और उन पर बीएनएस की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम लखनऊ में किया गया है और रिपोर्ट के आधार पर ही आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी. शांति बनाए रखने के लिए गांव में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है. लाल के परिवार के सदस्यों ने बताया कि उसकी शादी एक महीने पहले ही हुई थी.