चित्रदुर्ग: कर्नाटक के चित्रदुर्ग में नेशनल हाईले 48 के पास मिली 19 वर्षीय लड़की वर्षिता की हत्या के मामले ने नया मोड़ ले लिया है. आऱोपी स्टेज 3 कैंसर का मरीज है, जिसका नाम चेतन है. पुलिस ने चेतन को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है. वर्षिता हिरियूर के कोवरहट्टी गांव की रहने वाली थी और चित्रदुर्ग के एक सरकारी डिग्री कॉलेज में प्रथम वर्ष की छात्रा थी. वह अनुसूचित जाति-जनजाति छात्रावास में रह रही थी. 14 अगस्त को उसने वार्डन से घर जाने की छुट्टी ली और हॉस्टल से बाहर निकली. इसके बाद वह वापस नहीं लौटी. अगले दिन उसका शव हाईवे के पास जलती हुई हालत में मिला. पुलिस की पूछताछ में चेतन ने बताया कि वह वर्षिता से संपर्क में था, लेकिन जब उसे पता चला कि वह किसी और के साथ रिश्ते में है, तो उसने गुस्से में उसे गोनूर ले जाकर पीटा. ज़मीन पर गिरने से उसकी मौत हो गई. इसके बाद उसने शव पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी. इस घटना से हर्षिता के परिजन सदमे में हैं. उनकी आंखों से आंसू रुकने के नाम नहीं ले रहे हैं. वर्षिता की मां ज्योति थिप्पेस्वामी ने आरोप लगाया कि चेतन ही उनकी बेटी की मौत का ज़िम्मेदार है. उन्होंने कहा कि हॉस्टल की लड़कियों ने भी चेतन का नाम लिया था. मां ने मांग की कि आरोपी को फांसी दी जाए. पिता थिप्पेस्वामी का कहना है कि जब तक न्याय नहीं मिलेगा, वे बेटी का शव का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे. उन्होंने हॉस्टल प्रबंधन पर भी लापरवाही का आरोप लगाया. वर्षिता के रिश्तेदार प्रवीण ने कहा कि यह हत्या पूर्वनियोजित लगती है. वह चार दिनों से हॉस्टल में नहीं थी और घर भी नहीं लौटी थी. इस बरसात के मौसम में भी उसका शव जलाया गया, यह एक सोची-समझी साज़िश प्रतीत होती है.
