Breaking News

“धड़ाम हुआ बाजार! सेक्टोरल गिरावट ने निवेशकों की उड़ा दी नींद”

भारतीय शेयर बाजार गुरुवार के कारोबारी सत्र में लाल निशान में खुला। सुबह 9:23 पर सेंसेक्स 230 अंक या 0.29 प्रतिशत की गिरावट के साथ 80,313 और निफ्टी 73 अंक या 0.30 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 24,501 पर था।

शेयर बाजार में व्यापक स्तर पर बिकवाली का दबाव देखा जा रहा है

शेयर बाजार में व्यापक स्तर पर बिकवाली का दबाव देखा जा रहा है। शुरुआती कारोबार में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) पर 1,671 शेयर लाल निशान में, 548 शेयर हरे निशान में और 83 शेयरों में बिना किसी बदलाव के कारोबार हो रहा था।

गिरावट का अधिक दबाव ऑटो और एनर्जी शेयरों में देखने को मिल रहा है

गिरावट का अधिक दबाव ऑटो और एनर्जी शेयरों में देखा जा रहा है। दोनों ही इंडेक्स 0.50 प्रतिशत से अधिक की गिरावट के साथ कारोबार कर रहे थे। पीएसयू बैंक, फाइनेंशियल सर्विसेज, मेटल, रियल्टी, प्राइवेट बैंक, इन्फ्रा, कमोडिटी और पीएसई इंडेक्स लाल निशान में थे, जबकि आईटी, फार्मा, एफएमसीजी, मीडिया और हेल्थकेयर हरे निशान में थे।

लार्जकैप के साथ मिडकैप और स्मॉलकैप दोनों में गिरावट के साथ कारोबार हो रहा था

लार्जकैप के साथ मिडकैप और स्मॉलकैप दोनों में गिरावट के साथ कारोबार हो रहा था। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 121 अंक या 0.21 प्रतिशत की गिरावट के साथ 56,628 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 28 अंक या 0.13 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 17,639 पर था।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से भारतीय निर्यात पर टैरिफ को बढ़ाकर 50 प्रतिशत कर दिया है, जो कि पहले 25 प्रतिशत था

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से भारतीय निर्यात पर टैरिफ को बढ़ाकर 50 प्रतिशत कर दिया है, जो कि पहले 25 प्रतिशत था। जियोजित इन्वेस्टमेंट्स के वीके विजय कुमार ने कहा, “अतिरिक्त 25 प्रतिशत टैरिफ लागू होने के लिए 21 दिन की अवधि, अमेरिका के साथ बातचीत और अंततः समझौते की गुंजाइश छोड़ती है। हालांकि, व्यापार नीति को लेकर भारी अनिश्चितता है और दोनों देश किस हद तक समझौता करने को तैयार होंगे, यह भी अनिश्चित है।”

बाजार में भारी उतार-चढ़ाव की संभावना कम है, लेकिन निकट भविष्य में कमजोरी बनी रहेगी

उन्होंने आगे कहा , “बाजार में भारी उतार-चढ़ाव की संभावना कम है, लेकिन निकट भविष्य में कमजोरी बनी रहेगी। फिलहाल अनिश्चितता ज्यादा है, इसलिए निवेशकों को अपने रुख में सावधानी बरतनी चाहिए। कम से कम निकट भविष्य में, निर्यात से जुड़े क्षेत्र कमजोर ही रहेंगे। बैंकिंग और वित्तीय, दूरसंचार, होटल, सीमेंट, पूंजीगत वस्तुएं और ऑटोमोबाइल जैसे घरेलू उपभोग क्षेत्र मजबूत बने रहेंगे।” एशिया के ज्यादातर बाजार हरे निशान में थे। टोक्यो, शंघाई, हांगकांग, बैंकॉक और सोल तेजी के साथ कारोबार कर रहे थे। अमेरिकी बाजार बुधवार को हरे निशान में बंद हुए थे।

About NW-Editor

Check Also

1 अक्टूबर से बदल गए कई नियम: UPI, गैस और टिकट बुकिंग में बदलाव! जानिए क्या है नया?

कैलेंडर ने जैसे ही नया पन्ना पलटा और अक्तूबर महीने का आगाज हुआ, वैसे ही …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *