– कोतवाली के शहीद द्वार पर अर्पित किए फूल-माला
– हिकमतउल्ला ने 32 दिन की आजाद हुकूमत की थी कायम
– बलिदान दिवस पर आयोजित गोष्ठी को संबोधित करते नगर पालिका अध्यक्ष राजकुमार मौर्य।
फतेहपुर। शहीद डिप्टी कलेक्टर हिकमतउल्ला खां का 167 वां बलिदान दिवस श्रद्वापूर्वक मनाया गया। डिप्टी कलेक्टर हिकतउल्ला पार्क में शहीद डिप्टी कलेक्टर हिकमउल्ला सेवा संस्थान ने गोष्ठी का आयोजन किया। जिसमें मुख्य अतिथि नगर पालिका अध्यक्ष राजकुमार मौर्य एडवोकेट रहे। अध्यक्षता संस्था के अध्यक्ष मुहीउद्दीन एडवोकेट ने की। मुहीउद्दीन एडवोकेट ने बताया कि जनपद के आजादी के इतिहास में डिप्टी कलेक्टर हिकमतउल्ला खागा के दरियांव सिंह व उनके पुत्र सुजान सिंह बिन्दकी के जोधा सिंह अटैया, जमरावां के शिवदयाल सिंह रघुवंशी, कोराई के गयादीन दुबे की मुख्य भूमिका थी। आजादी के मतवालों के अवाहन पर तत्कालीन डिप्टी कलेक्टर हिकमतउल्ला ने जेल का ताला खोल दिया और सारे कैदियों को आजाद कर दिया। 10 जून सन् 1857 को आजादी के मतवालों ने पूरे शहर पर कब्जा कर लिया। नाना साहब के स्वतंत्रा पर बहुत प्रभावित हुए। हिकमतउल्ला साहब को फतेहपुर का शासक कलेक्टर (चकलेदार) नियुक्त किया। 12 जुलाई 1857 ई० को मेजर हैवलाक व मेजर रेनाल्ड की संयुक्त सेनाओं ने घमाशान युद्ध के बाद हसवां और बिलन्दा के देशद्रोहियों के मुखबिरी पर हिकमतउल्ला को गिरफ्तार कर लिया गया और बिना मुकदमा चले कोतवाली फतेहपुर गेट पर उनको फांसी दे दी गयी। हिकमतउल्ला ने 32 दिन की आजाद हुकुमत कायम की थी। कैप्टन गुलशाद अहमद ने कहा कि देश के आजादी के मतवालों की कुर्बानी से ही अपना देश आजाद हुआ है और देश के गद्दारों से बहुत हानि हुई है। फजरूल रहमान उर्फ असलम मास्टर ने युवा पीढ़ी को अवाहन किया कि रणबांकुरो तथा शहीदों के बलिदान से प्रेरणा लें। गोष्ठी समाप्त होने के पश्चात् तमाम लोग शहीद स्थल कोतवाली पहुंचे। शहीद हिकमतउल्ला द्वार पर फूलमाला अर्पण किया और दुआएं मांगी। इस मौके पर फरजानउद्दीन एडवोकेट, अजलाल फारूकी एडवोकेट, मो० आसिफ एडवोकेट, सैय्यद फैजान एडवोकेट, अमर सिंह एडवोकेट, राकेश एडवोकेट, प्रमोद एडवोकेट, एहसान एडवोकेट, अब्दुल सुहैल एडवोकेट, मौलान अब्दुल मोईद अध्यक्ष जमीतुल उल्मा, अस्लान जाफरी, हेमन्त एडवोकेट, आमिर एडवोकेट, शिवम यादव एडवोकेट, चन्द्रभवन एडवोकेट, दिनेश साहू एडयोकेट, अर्सलान जाफरी, हाजी सोहराब, आफाक अली, इफ्तेखार अहमद, शमशाद अली, शोएब जाफरी, सिराज, नौशाद, दानिश, अनस आदि सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।
